![धरती के त्रिदेव](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhn37YiBK5zU8ibRMoNLChsC2Tjdssg40zC_tBJgC30PHQqzGrGMS2tfOaWy1fzAMuSXxTcqV04G-LDBYsMw_JE-RrUnwPTqYFpkizb_Y1rGGKzZQ6N4zw_VLa1QzKvavmAfbBjGIlXWxLPVwUXgGwquqAKPSUuuci7noIRdnEzqLrkoCi2-G9MydhBr8M/w72-h72-p-k-no-nu/IMG_20240109_113217.jpg)
धरती के त्रिदेव
Bargad Tree बरगद एक लगाइये, पीपल रोपें पाँच। घर घर नीम लगाइये,यही पुरातन साँच।। यही पुरातन साँच,- आज सब मान रहे हैं। भा…
Bargad Tree बरगद एक लगाइये, पीपल रोपें पाँच। घर घर नीम लगाइये,यही पुरातन साँच।। यही पुरातन साँच,- आज सब मान रहे हैं। भा…
छबील अर्जुन देव जी गुरु राम दास के सुपुत्र थे। उनकी माता का नाम बीवी भानी जी था। गोइंदवाल साहिब में उनका जन्म 25 अप्रै…
शादी का कार्ड चिरंजीव एक ब्राह्मण के कोई संतान नही थी, उसने महामाया की तपस्या की, माता जी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रा…
ब्राह्मण ब्राह्मण शब्द को लेकर अनेक भ्रांतियां हैं। इनका समाधान करना अत्यंत आवश्यक है। क्यूंकि हिन्दू समाज की सबसे बड़…
एक नगर में बहुत धनवान सेठ रहता था। वह बहुत फैक्ट्रियों का स्वामी था। एक सायंकाल अचानक उसे बहुत बैचेनी होने लगी। डॉक…
गाँव के सरकारी स्कूल में संस्कृत की क्लास चल रही थी। गुरूजी दिवाली की छुट्टियों का कार्य बता रहे थे। तभी शायद किसी …
नव दुर्गा के नौ स्वरूप 1- जन्म ग्रहण करती हुई कन्या शैलपुत्री स्वरूप हो जाती है 2- कौमार्य अवस्था तक ब्रम्हचारिणी स्वरू…
इंग्लैंड में पहला स्कूल 1811 में खुला उस समय भारत में 7,32,000 गुरुकुल थे, आइए जानते हैं हमारे गुरुकुल कैसे बन्द हुए।…
चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा या उगादि (युगादि) कहा जाता है । इस दिन हिन्दू नववर्ष का आर…
एक छोटे से कस्बे में समीर नाम का एक लड़का रहता था। बचपन में ही पिता की मृत्यु हो जाने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति …
1. सूने तथा निर्जन घर में अकेला नहीं सोना चाहिए। देव मन्दिर और श्मशान में भी नहीं सोना चाहिए।(मनुस्मृति) 2. किसी सोए हु…
अप्रैल फूल" किसी को कहने से पहले इसकी वास्तविक सत्यता जरुर जान ले.!! पावन महीने की शुरुआत को मूर्खता दिवस कह रह…
मृत्यु के समय सबसे बड़ी सेवा है। किसी भी उपाय से मरणासन्न रोगी का मन संसार से हटा कर भगवान् में लगा देना । इसके लिए :…
सनातन धर्म ग्रंथों में जन्म से लेकर मृत्यु तक के 16 संस्कारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। तो चलिए आज हम आपक…
एक कुलीन ब्राह्मण को अपनी कुल परम्परा का सम्पूर्ण परिचय निम्न 11 (एकादश) बिन्दुओं के माध्यम से ज्ञात होना चाहिए - 1. …
रात्रि के अंतिम प्रहर में एक बुझी हुई चिता की भस्म पर अघोरी ने जैसे ही आसन लगाया, एक प्रेत ने उसकी गर्दन जकड़ ली और ब…
पुराने समय से ही परंपरा चली आ रही है कि जब भी हम किसी विद्वान व्यक्ति या उम्र में बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उनके पै…