संस्कृत व्याकरण
संस्कृत के उपसर्गों का परिचय

संस्कृत के उपसर्गों का परिचय

उपसर्गवृत्तिः प्र प्रत्यपिपरापोपपर्यन्ववविसंस्वति । निर्न्युदधिदुरभ्याङ् उपसर्गाश्च विंशतिः ॥   प्र प्रति अपि परा अप अप…

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भू धातु की रूप सिद्धि

भू धातु की रूप सिद्धि

भवति     भू सत्तायाम्। भू धातु का अर्थ होता है सत्ता = स्थिति। भूवादयो धातवःसे भू की धातु संज्ञा हुई। स्थिति में कर्म …

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अनुबन्ध किसे कहते हैं ?

Maharshi Panini अनुबन्ध    इत् संज्ञक अक्षरों को  अनुबन्ध  कहा जाता है। इन इत् संज्ञकों का यद्यपि लोप हो जाता है परन्तु…

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संस्कृत व्याकरण के चौदह माहेश्वर सूत्र से प्रत्याहार बनाने की प्रकिया

महर्षि पाणिनि  संस्कृत व्याकरण दुनिया का सर्वप्रथम व्याकरण है जो कि संक्षेपीकरण में अग्रगण्य है। किसी भी बात को कण्ठस्थ…

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अव्ययीभाव समास

Maharshi Panini grammar अव्ययीभाव समास की परिभाषा सूत्र - पूर्वपदप्रधानोऽव्ययीभावः ।    अर्थात् अव्ययीभावसमासे पदद्वयं …

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द्विगु समास

Maharshi Panini & Grammar द्विगु समास की परिभाषा    कर्मधारय समास में जब प्रथम पद संख्यावाचक हो तो द्विगु समास होता…

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