![वेदों में वर्णित पुरुष सूक्त पर भ्रान्ति निवारण](https://4.bp.blogspot.com/-O3EpVMWcoKw/WxY6-6I4--I/AAAAAAAAB2s/KzC0FqUQtkMdw7VzT6oOR_8vbZO6EJc-ACK4BGAYYCw/w680/nth.png)
वेदों में वर्णित पुरुष सूक्त पर भ्रान्ति निवारण
दलित समाज को भड़काकर अपनी राजनीति करने वाले पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज ने फिर से ट्विटर पर पुरुष सूक्त के व…
दलित समाज को भड़काकर अपनी राजनीति करने वाले पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज ने फिर से ट्विटर पर पुरुष सूक्त के व…
ऋषि कपूर - कैन्सर, सोनाली बेंद्रे - कैंसर, अजय देवगन - लिट्राल अपिकोंडिलितिस (कंधे की गंभीर बीमारी), इरफान खान - कैंस…
यज्ञोपवीत संस्कार भए कुमार जबहिं सब भ्राता। दीन्ह जनेऊ गुरु पितु माता॥ गुर गृहँ गए पढ़न रघुराई। अलप काल बिद्या सब आई॥…
हिन्दू समाज में मान्यता है कि वेद में उसी शिव का वर्णन है जिसके नाम पर अनेक पौराणिक कथाओं का सृजन हुआ है। उन्हीं शिव …
अत्ता आयसम्बन्ध तथा पुरूष की अपरूपता - उद्दालक और वैश्वावसव्य संवाद वैदिक साहित्य में शरीर को अनेक रूपकों द्वारा समझा…
धीर शातपर्णेय और महाशाल जाबालि संवाद एक ही अग्नि है । वह बहुधा समिद्ध है । वह प्रकृति के अणु-अणु में प्रत्येक प्राणी …
ब्रह्मोद्य कथाएँ ब्रह्म अर्थात वैदिक कर्म, आध्यात्मिक ज्ञान अथवा यज्ञ विषयिणी कथाओ को ब्रह्मोद्य कथाएँ कहते हैं। उत्…
jagannath temple behta kanpur क्या आपको ताजमहल अजूबा लगता है? तो यह पढ़िए बारिश की पूर्व सूचना देता…
कला भेद से छः प्रकार के भगवान् के अवतार कहे गये हैं -- १ . पूर्णतमावतार २ . पूर्णावतार ३. विभूत्यावतार ४. कलावतार …
जो पुरुषार्थ ते कहूं, संपति मिलत रहीम। पेट लागि बैराट घर, तपत रसोई भीम ॥ अर्थात् पुरुषार्थ से मिलने वाला यश बहुत बड़ी…
जब हम मंदिर जाते है तो हम भगवान की परिक्रमा जरुर लगाते है | पर क्या कभी हमने ये सोचा है कि देव मूर्ति की परिक्रमा क्यो…
इसके पीछे वैज्ञानिक व धार्मिक दोनों कारण है ? हम अक्सर शुभ (जैसे हवन अथवा पूजन) और अशुभ (दाह संस्कार) कामों के लिए विभि…
laxman rekha महर्षि श्रृंगी कहते हैं कि एक वेदमन्त्र है-- सोमंब्रही वृत्तं रत: स्वाहा वेतु सम्भव ब्रहे वाचम प्रवाणम…
Indian Marriage भारतवर्ष में विवाह मनुष्य को पशु से ऊपर उठाकर मनुष्यत्व से युक्त करने की एक विधा है।…
astawakra and janaka प्रनवउँ परिजन सहित बिदेहू। जाहि राम पद गूढ़ सनेहू॥ जोग भोग महँ राखेउ गोई। राम बिलोकत प्रगटेउ सोई…