रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
सुभ अरु असुभ करम अनुहारी। ईसु देइ फलु हृदयँ बिचारी॥ करइ जो करम पाव फल सोई। निगम नीति असि कह सबु कोई ॥
सितंबर 01, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
जिमि सरिता सागर महुं जाही। जद्यपि ताहि कामना नाहीं।। तिमि सुख संपति बिनहिं बोलाएं। धरमसील पहिं जाहिं सुभाएं।।
अगस्त 26, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
पर द्रोही पर दार रत पर धन पर अपबाद। ते नर पाँवर पापमय देह धरें मनुजाद ।।
अगस्त 24, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
गुरू बिन भवनिधि तरहिं न कोई। जौं बिरंचि संकर सम होई॥
अगस्त 23, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
अब मैं कुसल मिटे भय भारे। देखि राम पद कमल तुम्हारे॥ तुम्ह कृपाल जा पर अनुकूला। ताहि न ब्याप त्रिबिध भव सूला॥
अगस्त 23, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
मोरे तुम प्रभु गुरु पितु माता। जाऊँ कहा तज पद जलजाता।।
अगस्त 23, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
मम माया संभव संसारा। जीव चराचर बिबिधि प्रकारा॥ सब मम प्रिय सब मम उपजाए। सब ते अधिक मनुज मोहि भाए॥
अगस्त 21, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
सो सुखु करमु धरमु जरि जाऊ। जहँ न राम पद पंकज भाऊ॥ जोगु कुजोगु ग्यानु अग्यानू। जहँ नहिं राम प्रेम परधानू॥
अगस्त 18, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
राम अतर्क्य बुद्धि मन बानी। मत हमार अस सुनहि सयानी॥
अगस्त 15, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
मम माया संभव संसारा। जीव चराचर बिबिधि प्रकारा॥ सब मम प्रिय सब मम उपजाए। सब ते अधिक मनुज मोहि भाए॥
अगस्त 15, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
तुम्हहि छाड़ि गति दूसरि नाहीं। राम बसहु तिन्ह के मन माहीं॥
अगस्त 15, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
गो गोचर जहँ लगि मन जाई। सो सब माया जानेहु भाई॥ तेहि कर भेद सुनहु तुम्ह सोऊ। बिद्या अपर अबिद्या दोऊ॥
अगस्त 14, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
धर्म तें बिरति जोग तें ग्याना। ग्यान मोच्छप्रद बेद बखाना॥
जुलाई 12, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
एहि तन कर फल बिषय न भाई। स्वर्गउ स्वल्प अंत दुखदाई॥ नर तनु पाइ बिषयँ मन देहीं। पलटि सुधा ते सठ बिष लेहीं॥
जुलाई 08, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
नर तनु भव बारिधि कहुँ बेरो। सन्मुख मरुत अनुग्रह मेरो ॥ करनधार सदगुरु दृढ़ नावा। दुर्लभ साज सुलभ करि पावा॥
जुलाई 08, 2024
0
SOORAJ KRISHNA SHASTRI
रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण
धन मद मत्त परम बाचाला। उग्रबुद्धि उर दंभ बिसाला॥ जदपि रहेउँ रघुपति रजधानी। तदपि न कछु महिमा तब जानी॥
जून 12, 2024
0