![डाकोत ब्राह्मणों का इतिहास](https://4.bp.blogspot.com/-O3EpVMWcoKw/WxY6-6I4--I/AAAAAAAAB2s/KzC0FqUQtkMdw7VzT6oOR_8vbZO6EJc-ACK4BGAYYCw/w680/nth.png)
डाकोत ब्राह्मणों का इतिहास
शास्त्रों में कहा गया है की भृगु ऋषि को ब्रह्मा का मानस पुत्र माना गया है।
शास्त्रों में कहा गया है की भृगु ऋषि को ब्रह्मा का मानस पुत्र माना गया है।
गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी शताब्दी के अंत में प्रयाग के निकट कौशाम्बी में हुआ। गुप्त वंश का संस्थापक श्रीगुप्त (240-…
गुप्त वंश के पतन के बाद जीन नये राजवंशों का उद्भव हुआ, उनमें मैत्रक, मौखरी, पुष्यभूति, परवर्ती गुप और गौड़ प्रमुख है। इ…
राष्ट्रकूट राजवंश का संस्थापक दन्तिदुर्ग (752 ई०) था। शुरुआत में वे कर्नाटक के चालुक्य राजाओं के अधीन थे। इसकी राजधानी…
"जयसिंह ने वातापी के चालुक्य वंश की स्थापना की जिसकी राजधानी वातापी (बीजापुर के निकट) थी। इस वंश के प्रमुख शासक थ…
कल्याणी के चालुक्य वंश की स्थापना तैलप-ll ने की थी। (राजधानी- मान्यखेट) चालुक्य वंश (कल्याणी) के प्रमुख शासक हुए- तैलप…
मध्यप्रदेश में धार आज एक कोने के जनजातीय अंचल का शहर है। लेकिन परमार राजवंश के सबसे महान राजा भोज की यह प्रिय राजधानी …
पाटण की रानी रुदाबाई जिसने सुल्तान बेघारा के सीने को फाड़ कर दिल निकाल लिया था, और कर्णावती शहर के बिच में टांग दिया …
"9 वीं शताब्दी में चोल वंश पल्लवों के ध्वंसावशेषो पर स्थापित हुआ। इस वंश के संस्थापक विजयालय (850-87) थे। जिसकी र…
पल्लव वंश का संस्थापक सिंहविष्णु (575-600 ई.) था। इसकी राजधानी कांची (तमिलनाडू) थी। वह वैष्णव धर्म का अनुयायी था। किरा…