भागवत द्वितीय स्कन्ध

भागवत द्वितीय स्कन्ध दशम अध्याय ( bhagwat mahapuran 2.10 )

bhagwat chapter 2.10            श्रीशुक उवाच अत्र सर्गो विसर्गश्च स्थानं पोषणमूतयः । मन्वन्तरेशानुकथा निरोधो मुक्ति…

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भागवत द्वितीय स्कन्ध नवमअध्याय ( bhagwat mahapuran 2.9 )

bhagwat chapter 2.9                   ॥ श्रीशुक उवाच ॥  आत्ममायामृते राजन् परस्यानुभवात्मनः ।  न घटेतार्थसम्बन्धः स्वप्…

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भागवत द्वितीय स्कन्ध अष्टमअध्याय ( bhagwat mahapuran 2.8 )

bhagwat chapter 2.8                    ॥ राजोवाच ॥  ब्रह्मणा चोदितो ब्रह्मन् गुणाख्यानेऽगुणस्य च ।  यस्मै यस्मै यथा प्र…

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