काव्यशास्त्र

भरतमुनि का रससूत्र तथा उत्पत्तिवाद, अनुमितिवाद, भुक्तिवाद तथा अभिव्यक्तिवाद का विश्लेषण

भरतमुनि का रससूत्र भरतमुनि का रससूत्र     रस की निष्पत्ति का सर्वप्रथम उल्लेख भरतमुनि ने अपने नाट्यशास्त्र में किया ह…

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काव्य का लक्षण, विभिन्न आचार्यों द्वारा प्रतिपादित काव्य-लक्षणों का विवेचन

kavya ka Lakxan   लक्षण किसे कहते हैं ?  किसी वस्तु अथवा विषय के असाधारण अर्थात् विशेष धर्म का कथन करना लक्षण कह…

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अभिहितान्वयवाद एवं अन्विताभिधानवाद प्रभाकर को गुरु की उपाधि, आतिवाहिक पिण्ड विवाद तथा तौतातिक मत

मीमांसकों में भी वाक्यार्थ के विषय में कई मत पाये जाते हैं, जिनमें 'अभिहितान्वयवाद' तथा 'अन्विताभिधानवाद…

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काव्य प्रयोजन

काव्य प्रयोजन काव्य प्रयोजन प्रयोजन के बिना व्यक्ति किसी भी कार्य में  प्रवृत्त नहीं होता है जैसा कि कहा गया है - "…

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काव्यशास्त्र के सम्प्रदाय

काव्यशास्त्र के सम्प्रदाय काव्यशास्त्र के सम्प्रदाय  काव्यशास्त्र के सम्प्रदाय के इस प्रकरण में ध्वनिसम्प्रदाय, रससम्प्…

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