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शारीरिक-मानसिक आरोग्य हेतु संजीवनी बूटी : पैदल भ्रमण
पैदल भ्रमण न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। यह एक सरल, सुलभ और प्रभावी उपाय है, जो अनेक रोगों की रोकथाम और उपचार में सहायक सिद्ध होता है।
कैसा भ्रमण लाभदायी है?
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शरीर की स्थिति और श्वसन
- भ्रमण करते समय शरीर सीधा और वस्त्र हल्के होने चाहिए।
- दोनों हाथों को हल्के-हल्के हिलाते हुए नाक से गहरी साँस लें, जिससे प्राणायाम का लाभ भी प्राप्त होता है।
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मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- यह काम, क्रोध, ईर्ष्या आदि मनोदोषों को शांत करता है।
- मन की एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होता है।
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हरी घास पर चलने के लाभ
- ओस युक्त हरी घास पर टहलना नेत्रों के लिए विशेष लाभकारी है।
- वर्षा ऋतु में भीगी घास पर टहलना भी हितकारी होता है।
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गति एवं शारीरिक क्षमता
- भ्रमण मध्यम गति से ही करें, जिससे शरीर पर अत्यधिक दबाव न पड़े।
- सुश्रुत संहिता (चिकित्सा स्थान : २४.८०) में कहा गया है—"जो भ्रमण शरीर को अत्यधिक कष्ट नहीं देता, वह आयु, बल एवं मेधा प्रदान करने वाला होता है, जठराग्नि को बढ़ाता है और इन्द्रियों की शक्ति को जागृत करता है।"
भ्रमण अनेक रोगों में लाभकारी
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रोगों से बचाव एवं उपचार
- स्नायु दौर्बल्य, मानसिक रोग, अनिद्रा, स्वप्नदोष, सर्दी, खाँसी, सिरदर्द, कब्ज, दुबलापन एवं कमजोरी में लाभदायक।
- डॉ. कार्नेलिया ई. फिलिप्स, डी.ओ. के अनुसार—"अपने 30 वर्षों के अनुभव में मैंने देखा कि पैदल भ्रमण से न जाने कितने निराश, हताश और निरुपाय रोगियों को पूर्ण स्वास्थ्य लाभ मिला है। खोए हुए स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने का यह प्राकृतिक उपाय अत्यधिक प्रभावशाली है।"
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वजन नियंत्रण एवं पाचन
- मोटापा कम करने में सहायक।
- भूख को उत्तेजित करता है और पुरानी कब्ज व अपच में लाभकारी है।
- युवाओं में काम-वासना को नियंत्रित करता है।
आधुनिक अनुसंधान क्या कहते हैं?
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हड्डियों एवं जोड़ों के लिए लाभकारी
- नियमित पैदल चलने से संधिवात (arthritis) का दर्द कम होता है।
- प्रति सप्ताह 8-10 कि.मी. तक पैदल चलने से संधिवात की संभावना कम हो जाती है।
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हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव
- डॉ. जे. बी. स्कॉट के अनुसार—"मध्यम गति से नियमित पैदल चलने से कोरोनरी हृदयरोग (हृदय की रक्तवाहिनियों में अवरोध) का जोखिम कम होता है।"
- आम जनता में हृदय रोगों की रोकथाम के लिए भ्रमण को आदर्श व्यायाम के रूप में अपनाना चाहिए।
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मानसिक व रचनात्मकता में वृद्धि
- नियमित पैदल चलने से रचनात्मकता में 60% तक वृद्धि होती है।
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अन्य लाभ
- उच्च रक्तचाप (hypertension) और टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम को कम करता है।
भ्रमण करते समय ध्यान रखें
- नंगे पैर भ्रमण न करें यदि घास उपलब्ध न हो, क्योंकि यह नेत्रज्योति व आयु के लिए हानिकारक हो सकता है।
- प्रदूषणरहित स्थान पर भ्रमण करना अधिक लाभदायक है।
- यदि स्वच्छ वातावरण उपलब्ध न हो तो घर की छत पर गमलों में तुलसी, मोगरा, गुलाब आदि लगाकर उनके आसपास भ्रमण करें।
निष्कर्ष
पैदल भ्रमण एक सरल, सुलभ एवं प्रभावी स्वास्थ्यवर्धक उपाय है, जो शरीर और मन दोनों के लिए अमृत समान है। इसे अपने दैनिक जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाकर हम संपूर्ण स्वास्थ्य और दीर्घायु प्राप्त कर सकते हैं।
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