दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके, दहशत में लोग, DELHI EARTHQUAKE TREMORS: दिल्ली NCR में धरती कांपी: 4.0 तीव्रता का भूकंप, नई दिल्ली, 17 फरवरी.
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DELHI EARTHQUAKE TREMORS: दिल्ली-NCR में धरती कांपी: 4.0 तीव्रता का भूकंप, दहशत में लोग |
दिल्ली-NCR में धरती कांपी: 4.0 तीव्रता का भूकंप, दहशत में लोग
नई दिल्ली, 17 फरवरी 2025:
आज सुबह 5:36 बजे दिल्ली-एनसीआर में 4.0 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। झटके राजधानी दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र बिंदु धौला कुआँ के पास स्थित दुर्गाबाई देशमुख कॉलेज ऑफ स्पेशल एजुकेशन था और इसकी गहराई मात्र 5 किलोमीटर थी। इस वजह से हल्की तीव्रता होने के बावजूद झटके ज्यादा प्रभावी महसूस हुए।
झटकों से लोगों में दहशत, घबराकर घरों से निकले लोग
सुबह-सुबह जब अधिकतर लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक धरती कांपने लगी। कुछ सेकंड तक कंपन महसूस होने के बाद कई लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए।
नोएडा सेक्टर 62 की एक निवासी राधा शर्मा ने बताया, "सुबह अचानक बिस्तर हिलने लगा। पहले तो लगा सपना देख रही हूँ, लेकिन जब अलमारी के दरवाजे भी हिलने लगे तो घबराकर बाहर निकल आई।"
गुरुग्राम के साइबर सिटी इलाके में काम करने वाले एक आईटी पेशेवर ने कहा, "हमारे अपार्टमेंट की बिल्डिंग में कई लोगों ने झटके महसूस किए। कुछ लोग सीढ़ियों से भागते हुए बाहर निकले।"
दिल्ली पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर
भूकंप के झटकों के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। दिल्ली पुलिस ने किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए 112 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
NDMA के अनुसार, दिल्ली में कम गहराई वाले भूकंप चिंता का विषय हो सकते हैं क्योंकि इससे नुकसान की संभावना अधिक होती है, भले ही तीव्रता कम हो।
बिहार में भी भूकंप, उत्तर भारत में हलचल
दिल्ली के झटकों के कुछ ही घंटों बाद, सुबह 8:02 बजे, बिहार के सिवान जिले में भी 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप विज्ञानियों के अनुसार, दोनों घटनाओं का आपस में कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन उत्तर भारत में लगातार हलचल होना एक चेतावनी संकेत हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालय क्षेत्र में लगातार प्लेटों की हलचल के कारण दिल्ली और उत्तर भारत में भविष्य में भी भूकंप की संभावना बनी रह सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने की शांति बनाए रखने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से शांत और सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रखा जाए।
भूकंप के दौरान और बाद में क्या करें?
दिल्ली में भूकंप क्यों आते हैं?
दिल्ली सिस्मिक जोन IV में स्थित है, जो एक उच्च जोखिम वाला क्षेत्र माना जाता है। यह क्षेत्र हिमालय टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियों से प्रभावित होता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हल्के और मध्यम तीव्रता के कई भूकंप आ चुके हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि भविष्य में बड़ा भूकंप आ सकता है।
भूकंप विज्ञानी डॉ. अरुण तिवारी का कहना है, "दिल्ली के नीचे सक्रिय फॉल्ट लाइन्स हैं, जो नियमित रूप से हलचल करती रहती हैं। यह जरूरी है कि लोग आपदा प्रबंधन उपायों के प्रति जागरूक रहें।"
क्या बड़ा भूकंप आ सकता है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र कई भूगर्भीय फॉल्ट लाइनों से घिरा हुआ है, जिससे बड़े भूकंप की संभावना बनी रहती है। हालाँकि, यह भविष्यवाणी करना कठिन है कि बड़ा भूकंप कब आएगा।
सरकार और प्रशासन की तैयारियाँ
दिल्ली सरकार ने कहा है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन दलों को तैयार रखा गया है। दिल्ली मेट्रो, रेलवे और एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा की जाँच की गई है।
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निष्कर्ष:
आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में आए भूकंप ने लोगों को सतर्क कर दिया है। हालाँकि, अभी तक कोई बड़ी क्षति की सूचना नहीं मिली है, लेकिन लगातार आ रहे झटके चिंता का विषय हैं। सरकार और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, और लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की गई है।
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