25 जनवरी का क्या है महत्व, मनाते हैं कौन सा दिवस ? राष्ट्रीय पर्यटन दिवस, राष्ट्रीय मतदाता दिवस ,हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस, थीम और विशेषताएँ।
25 जनवरी का क्या है महत्व, मनाते हैं कौन सा दिवस ? |
25 जनवरी का क्या है महत्व, मनाते हैं कौन सा दिवस ?
25 जनवरी के तीन प्रमुख उत्सवों का महत्व और विवरण:
1. राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day)
महत्व:
- हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि देश के पर्यटन स्थलों की सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक धरोहरों को बढ़ावा दिया जा सके।
- भारत, जिसकी संस्कृति, परंपरा, और ऐतिहासिक स्थलों की गिनती दुनिया के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में होती है, यह दिन लोगों को पर्यटन के महत्व और अर्थव्यवस्था में इसके योगदान के बारे में जागरूक करता है।
2025 की थीम:
- हर साल पर्यटन दिवस की एक अलग थीम होती है। 2025 में यह थीम "सस्टेनेबल टूरिज्म: हरित विकास की ओर", जो पर्यावरण-संवेदनशील और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जो पर्यावरण संरक्षण और हरित पर्यटन पर जोर देती है।
क्या किया जाता है:
- विभिन्न राज्यों और पर्यटन विभागों द्वारा इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि:
- हेरिटेज वॉक (Heritage Walks)
- वर्चुअल टूर
- फोटोग्राफी और आर्ट प्रतियोगिताएँ
- विशेष छूट और प्रचार अभियान
प्रेरणा:
- यह दिन हमें अपने आसपास के पर्यटक स्थलों को जानने, समझने और उनकी खूबसूरती का आनंद लेने के लिए प्रेरित करता है।
2. राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters’ Day)
महत्व:
- 25 जनवरी को भारत के राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) की स्थापना हुई थी।
- इसका उद्देश्य नागरिकों को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना और युवाओं को मतदान प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना है।
2025 की थीम:
- हर साल एक नई थीम चुनी जाती है।
- इस वर्ष की थीम है: "वोटिंग जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम", जो मतदान के महत्व और नागरिकों की भागीदारी पर जोर देती है।
कार्यक्रम:
- इस दिन विशेष रूप से 18 वर्ष के युवाओं को वोटर कार्ड प्रदान किया जाता है और उन्हें लोकतंत्र के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है।
- देशभर में जागरूकता अभियान, रैलियाँ, और वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं।
- मतदाता शपथ: हर नागरिक को निष्पक्षता और स्वतंत्रता के साथ मतदान करने की शपथ दिलाई जाती है।
महत्वपूर्ण संदेश:
- "एक वोट का मूल्य जानें, क्योंकि आपका एक वोट राष्ट्र की दिशा तय कर सकता है।"
3. हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस (Himachal Pradesh Foundation Day)
इतिहास:
- 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को भारत का 18वां राज्य घोषित किया गया। इससे पहले यह केंद्रशासित प्रदेश था।
- हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बर्फीली पहाड़ियों, और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जाना जाता है।
उत्सव:
- हिमाचल में इस दिन को बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैलियाँ, और मेले आयोजित किए जाते हैं।
- हिमाचल की स्थानीय संस्कृति, संगीत, और व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रदर्शन किए जाते हैं।
राज्य का योगदान:
- हिमाचल प्रदेश को भारत का "देवभूमि" कहा जाता है, जो न केवल पर्यटन का केंद्र है, बल्कि शिक्षा, स्वच्छता, और पर्यावरण संरक्षण में भी अग्रणी राज्य है।
1. राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters' Day)
महत्व:
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है, जो भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस (1950) का प्रतीक है।
- इसका उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर युवाओं, को मतदान के अधिकार के प्रति जागरूक करना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
2025 की थीम:
- इस वर्ष की थीम है: "वोटिंग जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम", जो मतदान के महत्व और नागरिकों की भागीदारी पर जोर देती है।
कार्यक्रम:
- देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे:
- नए मतदाताओं का पंजीकरण और उन्हें मतदाता पहचान पत्र (EPIC) प्रदान करना।
- मतदाता शपथ ग्रहण समारोह।
- जागरूकता रैलियाँ और सेमिनार।
- स्कूलों और कॉलेजों में निबंध, वाद-विवाद, और चित्रकला प्रतियोगिताएँ।
उद्देश्य:
- मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- नए मतदाताओं को प्रोत्साहित करना।
- लोकतांत्रिक प्रक्रिया में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना।
2. राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day)
महत्व:
- राष्ट्रीय पर्यटन दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य भारत के समृद्ध सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पर्यटन को प्रोत्साहित करना है।
2025 की थीम:
- इस वर्ष की थीम है: "सस्टेनेबल टूरिज्म: हरित विकास की ओर", जो पर्यावरण-संवेदनशील और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
कार्यक्रम:
- पर्यटन स्थलों पर विशेष कार्यक्रम और छूट।
- हेरिटेज वॉक, वर्चुअल टूर, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन।
- पर्यटन से संबंधित कार्यशालाएँ और सेमिनार।
उद्देश्य:
- पर्यटन के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना।
- पर्यावरण-संवेदनशील पर्यटन को प्रोत्साहित करना।
3. हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस (Himachal Pradesh Foundation Day)
इतिहास:
- हिमाचल प्रदेश ने 25 जनवरी 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त किया और भारत का 18वां राज्य बना।
महत्व:
- यह दिन हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता, और विकास यात्रा का प्रतीक है।
कार्यक्रम:
- राज्यभर में सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैलियाँ, और प्रदर्शनियाँ आयोजित की जाती हैं।
- स्थानीय कला, संगीत, और नृत्य के माध्यम से राज्य की संस्कृति का प्रदर्शन।
- विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और नागरिकों के लिए विशेष कार्यक्रम।
उद्देश्य:
- राज्य की उपलब्धियों का जश्न मनाना।
- नागरिकों में गर्व और एकता की भावना को बढ़ावा देना।
- राज्य के विकास में नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना।
इन तीन दिवसों से जुड़े संदेश और प्रेरणा:
- राष्ट्रीय पर्यटन दिवस हमें प्रकृति और संस्कृति को सहेजने की सीख देता है।
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हर नागरिक का वोट महत्वपूर्ण है।
- हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस हमें भारत की क्षेत्रीय विविधता, विकास, और एकता का एहसास कराता है।
नारा: "संवेदनशील नागरिक बनें, अपने कर्तव्यों को निभाएँ, और भारत की विविधता को गर्व से मनाएँ।"
आपको राष्ट्रीय मतदाता दिवस, राष्ट्रीय पर्यटन दिवस, और हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। इन तीनों महत्वपूर्ण अवसरों पर, हम सभी को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहकर, देश और राज्य के विकास में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए।