राशियों के अनुसार रत्नों का विस्तृत वर्णन
प्रत्येक राशि के लिए विशेष रत्न निर्धारित किए गए हैं, जो ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने, ऊर्जा को बढ़ाने, और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में मदद करते हैं। नीचे 12 राशियों के लिए रत्नों का विस्तार से वर्णन किया गया है:
1. मेष (Aries)
- स्वामी ग्रह: मंगल
- रत्न: मूंगा (लाल प्रवाल)
- लाभ:
- साहस, आत्मविश्वास और ऊर्जा बढ़ाता है।
- रक्तचाप और हड्डियों से संबंधित समस्याओं को ठीक करता है।
- क्रोध और आवेग को नियंत्रित करता है।
- पहनने का दिन: मंगलवार
- धारण विधि: सोने या तांबे की अंगूठी में, दाहिने हाथ की अनामिका में पहनें।
- मंत्र: "ॐ अं अंगारकाय नमः"
2. वृषभ (Taurus)
- स्वामी ग्रह: शुक्र
- रत्न: हीरा (Diamond)
- लाभ:
- प्रेम, आकर्षण और भौतिक सुख-सुविधाओं को बढ़ाता है।
- रिश्तों में सामंजस्य स्थापित करता है।
- आर्थिक समृद्धि लाने में मदद करता है।
- पहनने का दिन: शुक्रवार
- धारण विधि: चांदी या सोने में, दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पहनें।
- मंत्र: "ॐ शुक्राय नमः"
3. मिथुन (Gemini)
- स्वामी ग्रह: बुध
- रत्न: पन्ना (Emerald)
- लाभ:
- बुद्धिमत्ता, संवाद कौशल और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
- मानसिक तनाव को कम करता है।
- व्यापार और शिक्षा में सफलता दिलाता है।
- पहनने का दिन: बुधवार
- धारण विधि: सोने या चांदी की अंगूठी में, दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पहनें।
- मंत्र: "ॐ बुं बुधाय नमः"
4. कर्क (Cancer)
- स्वामी ग्रह: चंद्रमा
- रत्न: मोती (Pearl)
- लाभ:
- मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है।
- अनिद्रा और तनाव को कम करता है।
- पारिवारिक संबंधों में सुधार करता है।
- पहनने का दिन: सोमवार
- धारण विधि: चांदी की अंगूठी में, दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पहनें।
- मंत्र: "ॐ सों सोमाय नमः"
5. सिंह (Leo)
- स्वामी ग्रह: सूर्य
- रत्न: माणिक्य (Ruby)
- लाभ:
- आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है।
- सम्मान, उच्च पद और उन्नति प्रदान करता है।
- रक्त संबंधी रोगों को ठीक करता है।
- पहनने का दिन: रविवार
- धारण विधि: सोने की अंगूठी में, दाहिने हाथ की अनामिका में पहनें।
- मंत्र: "ॐ घृणि सूर्याय नमः"
6. कन्या (Virgo)
- स्वामी ग्रह: बुध
- रत्न: पन्ना (Emerald)
- लाभ:
- तार्किक क्षमता और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।
- व्यवसाय और शिक्षा में सफलता दिलाता है।
- मानसिक स्थिरता और शांति प्रदान करता है।
- पहनने का दिन: बुधवार
- धारण विधि: सोने या चांदी की अंगूठी में, दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पहनें।
- मंत्र: "ॐ बुं बुधाय नमः"
7. तुला (Libra)
- स्वामी ग्रह: शुक्र
- रत्न: हीरा (Diamond)
- लाभ:
- रिश्तों में सामंजस्य और आर्थिक स्थिरता लाता है।
- सौंदर्य, कला और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।
- मानसिक संतुलन प्रदान करता है।
- पहनने का दिन: शुक्रवार
- धारण विधि: चांदी या सोने में, दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पहनें।
- मंत्र: "ॐ शुक्राय नमः"
8. वृश्चिक (Scorpio)
- स्वामी ग्रह: मंगल
- रत्न: मूंगा (लाल प्रवाल)
- लाभ:
- साहस, आत्मबल और ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
- गुस्से और तनाव को नियंत्रित करता है।
- शारीरिक ताकत में वृद्धि करता है।
- पहनने का दिन: मंगलवार
- धारण विधि: तांबे या सोने में, दाहिने हाथ की अनामिका में पहनें।
- मंत्र: "ॐ अं अंगारकाय नमः"
9. धनु (Sagittarius)
- स्वामी ग्रह: बृहस्पति
- रत्न: पुखराज (Yellow Sapphire)
- लाभ:
- शिक्षा, विवाह और भाग्य में सुधार करता है।
- धन और समृद्धि को बढ़ावा देता है।
- आध्यात्मिक प्रगति में सहायक होता है।
- पहनने का दिन: गुरुवार
- धारण विधि: सोने में, दाहिने हाथ की तर्जनी में पहनें।
- मंत्र: "ॐ बृं बृहस्पतये नमः"
10. मकर (Capricorn)
- स्वामी ग्रह: शनि
- रत्न: नीलम (Blue Sapphire)
- लाभ:
- शनि के अशुभ प्रभावों को कम करता है।
- करियर और व्यवसाय में सफलता दिलाता है।
- नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं को दूर करता है।
- पहनने का दिन: शनिवार
- धारण विधि: चांदी या सोने में, दाहिने हाथ की मध्यमा में पहनें।
- मंत्र: "ॐ शं शनैश्चराय नमः"
11. कुंभ (Aquarius)
- स्वामी ग्रह: शनि
- रत्न: नीलम (Blue Sapphire)
- लाभ:
- मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
- शनि ग्रह के दोषों को शांत करता है।
- कठिन परिस्थितियों में संतुलन बनाए रखता है।
- पहनने का दिन: शनिवार
- धारण विधि: चांदी या सोने में, दाहिने हाथ की मध्यमा में पहनें।
- मंत्र: "ॐ शं शनैश्चराय नमः"
12. मीन (Pisces)
- स्वामी ग्रह: बृहस्पति
- रत्न: पुखराज (Yellow Sapphire)
- लाभ:
- मानसिक शांति और आध्यात्मिक प्रगति में सहायक है।
- विवाह और भाग्य में सुधार करता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
- पहनने का दिन: गुरुवार
- धारण विधि: सोने में, दाहिने हाथ की तर्जनी में पहनें।
- मंत्र: "ॐ बृं बृहस्पतये नमः"
महत्वपूर्ण सुझाव:
- रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।
- शुद्ध और असली रत्न धारण करें।
- रत्न को धारण करने से पहले उचित मंत्रों का जाप और पूजा करें।
- निर्धारित धातु और अंगुली में ही रत्न पहनें।
यह रत्न केवल ज्योतिषीय प्रभावों को संतुलित करने और जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए धारण किए जाते हैं।
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