भागवत सप्ताह के पहले दिन गए जाने वाले गीत।कथा के प्रारंभ में भक्ति और आनंद का संचार करते हैं और श्रोताओं को भगवान के प्रति समर्पण की प्रेरणा देते हैं।
भागवत सप्ताह के पहले दिन गए जाने वाले गीत
भागवत सप्ताह के पहले दिन गए जाने वाले गीत मुख्यतः मंगलाचरण, भागवत महात्म्य, और भगवान के गुणगान पर आधारित होते हैं। ये गीत कथा के प्रारंभ में वातावरण को पवित्र और भक्तिमय बनाने के लिए गाए जाते हैं। ये गीत भगवान की महिमा और भागवत पुराण के महत्व को उजागर करते हैं।
1. मंगलाचरण गीत
"गाइए गणपति जग वंदन,
शंकर सुवन भवानी नंदन।
सिद्धि सदन गजवदन विनायक,
कृपा सिंधु सुंदर सब लायक।" *
यह गीत कथा के प्रारंभ में श्री गणेश, माता सरस्वती, और भगवान नारायण को समर्पित होता है।
2. भागवत महात्म्य गीत
"भागवत कथा सुन लो भाई,
जग में है सबकुछ परछाई।
हरि नाम की महिमा अपार,
पाप कटें, हो भवसागर पार।"
यह गीत भागवत पुराण की महिमा और उसके प्रभाव को वर्णित करता है।
3. भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप का गुणगान
"नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की।
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की।
माता यशोदा के राज दुलारे,
ब्रज के बसे सदा सुखदायक।
जय कन्हैया लाल की।"
यह गीत भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और उनकी बाल लीलाओं को समर्पित है।
4. सत्संग और भक्ति का गीत
"कृष्ण नाम के बिना जीवन अधूरा,
हर सांस में बसा लो, कृष्ण नाम प्यारा।
नारायण, नारायण, गाओ रे गाओ,
भागवत की कथा से जीवन संवारो।"
यह गीत सत्संग और भगवान के नाम की महिमा का बखान करता है।
5. कलियुग में भक्ति का महत्व
"कलियुग के इस अंधेरे में,
हरि नाम है दीपक बनकर।
सुनो भागवत की ये अमृत कथा,
जीवन को बनाए धन्य बनकर।"
यह गीत श्रोताओं को भक्ति और हरि नाम का महत्व समझाने के लिए गाया जाता है।
6. भगवान के नाम का कीर्तन
"हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम, हरे राम, राम राम हरे हरे।"
यह भजन हर कथा के प्रारंभ में भक्तिमय वातावरण बनाने के लिए गाया जाता है।
7. कथा की शुरुआत का गीत
"आज की कथा का मंगल हो,
हर हृदय में प्रेम का संचार हो।
कृष्ण नाम की गूंज हो चारों ओर,
भक्तिमय हरि का घर-घर प्रचार हो।"
यह गीत कथा के प्रारंभ में मंगल भाव के लिए गाया जाता है।
गीतों का महत्व:
भक्तिमय वातावरण: ये गीत श्रोताओं को भक्तिमय और शांतिपूर्ण स्थिति में ले जाते हैं।
कथा का प्रारंभ: भगवान की स्तुति से कथा का आरंभ होता है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
भावनात्मक जुड़ाव: ये गीत श्रोताओं को कथा से भावनात्मक रूप से जोड़ते हैं।
भागवत सप्ताह के पहले दिन गए जाने वाले गीत कथा के प्रारंभ में भक्ति और आनंद का संचार करते हैं और श्रोताओं को भगवान के प्रति समर्पण की प्रेरणा देते हैं।