Bhagwan Vishnu and Krishna Awatar |
हे पद्मपाणि! हे पद्मनाभ!
हे पद्मलोचन ! लोकाभिराम!
हे योगिरमणाश्रय! मेघवर्ण!
हे लक्ष्मीकान्त! नयनाभिराम!
पालक जगत् के, आधार जग के,
हे सृष्टि संचालक! सुप्रभात!
हे धनुर्धारि ! हे चक्रपाणि!
मुनिध्यानगम्य ! प्रभु सुप्रभात!
हे स्नेह सिन्धु! करुणा के सागर!
भव-भय-विनाशक, प्रभु सुप्रभात!
कृपा की मूर्ति, हे भक्तवत्सल!
जगत् प्रपंचेश्वर, सुप्रभात!
हे शेषशायी! हे लोकनाथ!
हे दुःखभंजक! प्रभु सुप्रभात!
हे प्राणिवत्सल ! हे दीनानाथ!
त्रिभुवन प्रकाशक! प्रभु सुप्रभात!
- डॉ निशा कान्त द्विवेदी
thanks for a lovly feedback