दर्शनम् |
संख्या |
प्रमाणानि |
|
१ |
यजुर्वेद: |
४ |
स्मृति:, प्रत्यक्षम्,
ऐतिह्यम्, अनुमानः(तैत्तिरीयरण्यकम् -
अरुणम्) |
२ |
मनुस्मृति: |
३ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
शाब्दम् |
३ |
रामायणम् |
६ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उपमानम्, शाब्दम्, अर्थापत्ति:,
अभाव:(रामायणम् 3-72-8)| |
४ |
चार्वाका: |
१ |
प्रत्यक्षम् |
५ |
वैशेषिका: |
२ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्
(केचन शाब्दमपीच्छन्ति) |
६ |
सांख्या:/योगिन: |
३ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
शाब्दम् |
७ |
नैयायिका: |
४ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उपमानम्, शाब्दम् |
८ |
मीमांसका: भाट्टा: |
६ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उपमानम्, शाब्दम्, अर्थापत्ति:,
अनुपलब्धि: |
९ |
मीमांसका: प्राभाकरा: |
५ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उपमानम्, शाब्दम्, अर्थापत्ति: |
१० |
अद्वैतवेदान्तिन: |
६ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उपमानम्, शाब्दम्, अर्थापत्ति:,
अनुपलब्धि: |
११ |
वैयाकरणा: |
११ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
शाब्दम्, अ/नुमानम्,
अर्थापत्ति:, अभ्यास:, अदृष्टम्, प्रतिभा, अनुपलब्धि:,
प्रत्यभिज्ञा, कोश: |
१२ |
बौध्दा: |
२ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम् |
१३ |
जैना: |
६ |
प्रत्यक्षम्, परोक्षम्
– स्मृति:, प्रत्यभिज्ञानम्, ऊहा,
अनुमान:, आगम: |
१४ |
पौराणिका: |
८ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उनुमानम्, शाब्दम्, अर्थापत्तिः,
अनुपलब्धि:, सम्भव:, ऐतिह्यम् |
१५ |
तान्त्रिका:/भरत: |
९ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
उनुमानम्, शाब्दम्, अर्थापत्तिः,
अनुपलब्धि:, सम्भव:, ऐतिह्यम्,
चेष्टा |
१६ |
आनन्दतीर्था: |
२ |
प्रत्यक्षम्, शब्द:
(अनुमानं तु, श्रुत्यनुसारित्वेन प्रमाणम्, न तु स्वतन्त्रम्) |
१७ |
बल्लभा: |
४ |
(अलौतिके विषये) वेद:, ब्रह्मसूत्रम्, भगवद्गीता, श्रीमद्भागवतम् |
१८ |
व्यवहारशास्त्रज्ञा: |
२ |
मानुषम्, दैवम् |
१९ |
विशिष्टाद्वैतिन: |
३ |
प्रत्यक्षम्, अनुमानम्,
आगम: |
२० |
आयुर्वेदे |
४ |
आप्तोपदेश:, प्रत्यक्षम्,
अनुमानम्, युक्ति: |
तस्मादज्ञाततत्त्वार्थज्ञानसाधनमेव नः।
प्रमाणमिति निर्णीतं तद्विशेषनथ ब्रुवे॥
प्रत्यक्षमनुमानं च शाब्दं चोपमितिस्तथा।
अर्थापत्तिरभावश्च षट्प्रमाणानि मादृशाम् ॥
चार्वाकास्तावदेकं द्वितयमपि पुनर्बौद्धवैशेषिकौ द्वौ
भासर्वज्ञश्च सांख्यस्त्रितयमुदयनाद्याश्चतुष्कं वदन्ति।
प्राहुः प्राभाकराःपञ्चकमपि च वयं ते’पि वेदान्तविज्ञाः
षट्कं पौराणिकास्व्ष्टकमभिदधिरे संभवैतिह्ययोगात्॥ मानमेयोदयः।
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