आदमी पाप करने से बच ही नहीं सकता

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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Man cannot escape from committing sin
Man cannot escape from committing sin


 पुराण, स्मृति आदि के अध्ययन के बिना आदमी पाप करने से बच ही नहीं सकता या फिर जो पाप जरूर होते हैं उनके उपाय नहीं जान सकता । जैसे की अनजाने में ही हम प्रतिदिन जीवहत्या करते हैं । घर में 5 ऐसे स्थान होते हैं, जहां जाने-अनजाने ही गृहस्थ से जीव हत्या हो जाती है

1. चूल्हा : वह स्थान जहां अग्नि के द्वारा खाना पकाया जाता है।

2. चक्की : वह स्थान जहां अनाज पीसा जाता है।

3. झाड़ू : वह स्थान जहां सफाई की जाती है।

4. ऊखल-मूसल : वह स्थान जहां धान/अनाज/मसाले कूटे जाता है।

5. पानी का कलश : वह स्थान जहां पानी रखा जाता है।

इस पाप से मुक्ति पाने के लिए सभी गृहस्थों को पञ्चमहायज्ञ अवश्य करने चाहिए। 

अध्यापनं ब्रह्मयज्ञः पितृयज्ञस्तु तर्पणम्।

होमो दैवो बलिर्भौतोनृयज्ञोतिथिपूजनम्।।

1. ब्रह्मयज्ञ : वेदों/पुराणों/उपनिषदों आदि शास्त्रों का अध्ययन करना और कराना।

2. देवयज्ञ : देवताओं की प्रसन्नता हेतु पूजन-हवन आदि करना।

3. भूतयज्ञ : पञ्चबलि देना अर्थात यानी गाय, कुत्ते, कौआ, देवता व चींटी के लिए भोजन का कुछ हिस्सा निकाल कर देना ।

4. पितृयज्ञ : अपने पितरों का श्राद्ध-तर्पण करना।

5. मनुष्य यज्ञ : अतिथि सत्कार करना, सुपात्र को दान देना।

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