Man cannot escape from committing sin |
पुराण, स्मृति आदि के अध्ययन के बिना आदमी पाप करने से बच ही नहीं सकता या फिर जो पाप जरूर होते हैं उनके उपाय नहीं जान सकता । जैसे की अनजाने में ही हम प्रतिदिन जीवहत्या करते हैं । घर में 5 ऐसे स्थान होते हैं, जहां जाने-अनजाने ही गृहस्थ से जीव हत्या हो जाती है
1. चूल्हा : वह स्थान जहां अग्नि के द्वारा खाना पकाया जाता है।
2. चक्की : वह स्थान जहां अनाज पीसा जाता है।
3. झाड़ू : वह स्थान जहां सफाई की जाती है।
4. ऊखल-मूसल : वह स्थान जहां धान/अनाज/मसाले कूटे जाता है।
5. पानी का कलश : वह स्थान जहां पानी रखा जाता है।
इस पाप से मुक्ति पाने के लिए सभी गृहस्थों को पञ्चमहायज्ञ अवश्य करने चाहिए।
अध्यापनं ब्रह्मयज्ञः पितृयज्ञस्तु तर्पणम्।
होमो दैवो बलिर्भौतोनृयज्ञोतिथिपूजनम्।।
1. ब्रह्मयज्ञ : वेदों/पुराणों/उपनिषदों आदि शास्त्रों का अध्ययन करना और कराना।
2. देवयज्ञ : देवताओं की प्रसन्नता हेतु पूजन-हवन आदि करना।
3. भूतयज्ञ : पञ्चबलि देना अर्थात यानी गाय, कुत्ते, कौआ, देवता व चींटी के लिए भोजन का कुछ हिस्सा निकाल कर देना ।
4. पितृयज्ञ : अपने पितरों का श्राद्ध-तर्पण करना।
5. मनुष्य यज्ञ : अतिथि सत्कार करना, सुपात्र को दान देना।
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