अंकल जी, 100 ही चुनूंगी

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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  "अगर तुम्हें 100 रुपये और 1 रुपये में से चुनना हो, तो क्या चुनोगी?" लड़की ने कहा, "अंकल जी, 100 ही चुनूंगी।" 

 एक फोटो कॉपी की दुकान पर एक लड़का (22 वर्ष), एक लड़की (19 वर्ष), और एक व्यक्ति (35 वर्ष) दाखिल हुए। वे सभी बहुत जल्दबाजी में थे और कुछ आधार कार्ड और मैट्रिक सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी करवाना चाहते थे। लड़की चिंतित और उदास दिख रही थी। दुकान के मालिक, जो लगभग 45 वर्ष के थे, ने पूछा, “कितनी कॉपी करनी हैं और किसलिए?” लड़की ने उदासी भरे लहज़े में कहा, "दस-दस कर दीजिए, पता नहीं फिर करने का मौका मिले या नहीं, पता नहीं ज़िंदा भी छोड़ेंगे या नहीं।" साथ आए आदमी ने उसे ढांढस बंधाया, "अरे, तुम लोग चिंता मत करो, मैं हूं न तुम्हारे साथ, कुछ नहीं होगा।"

 दुकानदार ने लड़की से प्यार से पूछा, "बेटा, तुम कुछ उदास लग रही हो, कोई परेशानी हो तो मुझे बता सकती हो। मैं तुम्हारे पापा जैसा हूं।" यह सुनते ही लड़की की आंखों में आंसू आ गए और बोली, "मैं इस लड़के से प्यार करती हूं और शादी करना चाहती हूं, पर मेरे घर वाले तैयार नहीं हैं। हम भागकर आए हैं, क्योंकि ये दूसरे धर्म का है। साथ आए व्यक्ति इसके चाचा हैं, इनका कहना है कि शादी के बाद सब मान जाएंगे।"

 दुकानदार ने लड़की को चुप कराया और पूछा, "अगर तुम्हें 100 रुपये और 1 रुपये में से चुनना हो, तो क्या चुनोगी?" लड़की ने कहा, "अंकल जी, 100 ही चुनूंगी।" दुकानदार ने समझाते हुए कहा, "यही बात रिश्तों पर भी लागू होती है, तुम एक रिश्ते के लिए सौ रिश्तों को छोड़ आई हो।" लड़की को यह सुनकर एक झटका लगा और उसने लड़के से कहा, "मुझे अपना फोन दो, मुझे पापा से बात करनी है।" लड़के ने मना कर दिया, पर लड़की ने दुकानदार से फोन लेकर अपने पापा को कॉल किया और रोते हुए कहा, "पापा, आप मुझे लेने आ सकते हैं?" दुकानदार ने पापा से बात करके उन्हें दुकान का पता दे दिया और कहा, "बिटिया सुरक्षित है।"

 जैसे ही लड़कों ने सब सुना, वे भागने लगे। लड़की ने चिल्लाकर कहा, "भाग क्यों रहे हो, तुम तो मुझसे बहुत प्यार करते थे?" लड़के ने जवाब नहीं दिया और सामान लेकर भागने लगा। लड़की ने कहा, "पकड़ो इन्हें! मेरे बैग में गहने हैं जो मैं घर से लाई थी।" आसपास के लोगों ने दोनों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। शाम तक लड़की के पापा आए और उसे घर ले गए। लड़की ने दुकानदार से कहा, "अंकल, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं अब सौ रिश्ते लेकर जा रही हूं।" 

 यह लड़की तो बच गई, पर न जाने कितनी लड़कियां हर दिन एक रिश्ते के लिए सौ रिश्तों को छोड़ देती हैं और बाद में पछताती हैं। सोचिए, आपका एक शेयर कितनी बेटियों की ज़िंदगी बचा सकता है। 

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