बाल महाभारत प्रश्न उत्तर 37-41अध्याय

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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बाल महाभारत अध्याय 37-41
बाल महाभारत अध्याय 37-41

37. कर्ण और दुर्योधन भी मारे गए

निर्लज्जता- बेशर्मी। निःसहाय- जिसकी कोई सहायता करने वाला न हो। कुटुंब- परिवार।

प्रश्न 1. कर्ण के सर्प मुखास्त्र से अर्जुन की प्राण रक्षा कैसे हुई ?

उत्तर- कर्ण ने अर्जुन पर एक ऐसा बाण चलाया जो आग उगलता गया। अर्जुन की ओर उस भयानक तीर को आता हुआ देखकर कृष्ण ने रथ को पांव के अंगूठे से दबा दिया जिससे रथ जमीन में पांच अंगुल धंस गया। कृष्ण की इस युक्ति से अर्जुन मरते मरते बचा। कर्ण का चलाया हुआ सर्प मुखास्त्र फुंफकारता हुआ आया और अर्जुन का मुकुट उड़ा ले गया।

प्रश्न 2. द्रोण की मृत्यु के पश्चात कौरवों का सेनापति कौन बना ?

उत्तर- कर्ण।

प्रश्न 3. दु:शासन का वध किसके हाथों हुआ ?

उत्तर- भीमसेन।

प्रश्न 4. शकुनि का वध किसके हाथों हुआ ?

उत्तर- सहदेव।

प्रश्न 5. दुर्योधन को किसने मारा ?

उत्तर- भीमसेन।

 

38. अश्वत्थामा

प्रश्न 1. दुर्योधन के पश्चात कौरवों की सेना का सेनापति कौन बना?

उत्तर- अश्वत्थामा।

प्रश्न 2. पांडवों के विनाश की प्रतिज्ञा किसने की?

उत्तर- अश्वत्थामा।

प्रश्न 3. अश्वत्थामा ने पांडवों को कैसे मारा?

उत्तर- अश्वत्थामा ने रात के समय सोते हुए पांडवों को छल से मारा।  धृष्टद्युम्न व द्रोपदी के पांच पुत्रों को तो उसने पैरों से कुचल डाला। इसके बाद पांडव शिविर को ही आग लगा दी। इस कार्य में उसके साथ कृपाचार्य और कृतवर्मा भी थे।

प्रश्न 4. उत्तरा ने किसे जन्म दिया?

उत्तर- अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित को।

 

39. युधिष्ठिर की वेदना

क्षुब्ध- क्रोधित। शोकोद्वेग- दुख की अधिकता। दुष्कर- कठिन। ढिठाई- धृष्टता। मर्म- रहस्य। काल कलवित होना- मृत्यु को प्राप्त होना।

प्रश्न 1. श्री कृष्ण ने धृतराष्ट्र के समक्ष एक लोहे मूर्ति क्यों खड़ी की ?

उत्तर- क्योंकि उस समय धृतराष्ट्र बहुत क्रोधित थे जो भी उनके समक्ष जाता, वे उसे मार देते।

प्रश्न 2. धृतराष्ट्र ने लौह मूर्ति का क्या किया ?

उत्तर- उसे भीम समझ कर चकनाचूर कर डाला।

प्रश्न 3. शासन सूत्र ग्रहण करने से पूर्व युधिष्ठिर युद्ध भूमि क्यों गए ?

उत्तर- शासन सूत्र ग्रहण करने से पूर्व युधिष्ठिर युद्ध भूमि में शर- शैया पर पड़े भीष्म पितामह से आशीर्वाद लेने गए।

प्रश्न 4. शोक मग्न युधिष्ठिर ने क्या निर्णय लिया ?

उत्तर- वन में जाने का।

 

40. पांडवों का धृतराष्ट्र के प्रति व्यवहार

एकछत्र- अकेले। अमिट- कभी न मिटने वाली। खिन्न- दुखी। विराग- उदासीन।

प्रश्न 1. धृतराष्ट्र ने युधिष्ठिर से क्या अनुमति मांगी?

उत्तर- वल्कल वस्त्र धारण कर वन गमन करने की।

प्रश्न 2. युधिष्ठिर ने धृतराष्ट्र के अनुमति मांगने पर क्या कहा?

उत्तर- धृतराष्ट्र ने कहा कि आप तो राज्य के स्वामी हैं। आपका ही पुत्र युयुत्सु राज गद्दी पर बैठे या जिसे आप चाहे राजा बना दे अथवा शासन की बागडोर स्वयं अपने हाथों में ले ले और प्रजा का पालन करें। मैं वन में चला जाऊंगा। राजा मैं नहीं बल्कि आप ही है। मैं ऐसी हालत में आपको अनुमति कैसे दे सकता हूं।"

प्रश्न 3. वन गमन के समय धृतराष्ट्र के साथ कौन कौन थे?

उत्तर- गांधारी, कुंती और संजय।

 

41. श्री कृष्ण और युधिष्ठिर

प्रश्न 1. महाभारत युद्ध के बाद श्री कृष्ण ने कितने दिन तक राज्य किया?

उत्तर- महाभारत के युद्ध की समाप्ति के बाद श्री कृष्ण 36 वर्ष तक द्वारका में राज्य करते रहे।

प्रश्न 2. बलराम की मृत्यु कैसे हुई?

उत्तर- वंश नाश देखकर बलराम को असीम शोक होगा और उन्होंने समाधि में बैठकर शरीर त्याग दिया।

प्रश्न 3. श्रीकृष्ण की मृत्यु कैसे हुई?

उत्तर- वंश के नाश के विषय में विचारते हुए श्री कृष्ण सागर तट पर घूम रहे थे। विचार मग्न श्री कृष्ण वही एक वृक्ष के नीचे जमीन पर लेट गए। किसी शिकारी ने लेटे हुए श्री कृष्ण को मृत समझकर तीर चला दिया। तीर तलवे को छेदता हुआ शरीर में धंस गया और उसने श्री कृष्ण के प्राण ले लिए।

प्रश्न 4. श्री कृष्ण के देहावसान के बाद पांडवों ने क्या किया

उत्तर- श्रीकृष्ण की मृत्यु का समाचार पाकर पांडव बहुत दुखी हुए उनके मन में संसार के प्रति वैराग्य उत्पन्न हो गया। वह अपने पुत्र परीक्षित को राज्य सौंप कर द्रौपदी सहित तीर्थ यात्रा को निकल गए और अंत में हिमालय की ओर चले गए।

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