बाल महाभारत अध्याय 19-36 |
19. द्वेष करने वाले का जी नहीं भरता
चौपायों-
पशुओं। अनुचर- सेवक। अनुगृहित- आभारी होना। आवभगत- स्वागत सत्कार। अक्षयपात्र- जो
कभी खाली ना हो। |
प्रश्न
1. गंधर्वराज व कौरवों के युद्ध का क्या परिणाम रहा ?
उत्तर-
गंधवों व कौरवों में भयंकर संग्राम हुआ। कौरव सेना के पैर उखड़ गए। कर्ण भी युद्ध-क्षेत्र
से भाग लिया। दुर्योधन बंदी हो गया।
प्रश्न
2. दुर्योधन के बंदी होने पर युधिष्ठिर ने भीम से क्या कहा ?
उत्तर- युधिष्ठिर
ने भीम से कहा-" भाई भीमसेन! ये हमारे ही कुटुंबी है। तुम अभी जाओ और किसी तरह
अपने बंधुओं का गंधवों के बंधन से छुड़ा लाओ।
प्रश्न
3. सूर्य से प्राप्त अक्षयपात्र की क्या विशेषता थी ?
उत्तर-
अक्षयपात्र देते समय सूर्य ने कहा था कि इस पात्र के द्वारा तुम बारह वर्ष तक भोजन
प्राप्त करोगे, भले ही कितने लोग भोजन करें। किंत शर्त यह है कि द्रौपदी के भोजन कर
लने के बाद पात्र की शक्ति अगले दिन तक के लिए समाप्त हो जाएगी।
प्रश्न
4. श्रीकृष्ण ने अन्न का कण और साग का पत्ता
क्यों खाया ?
उत्तर-
श्रीकृष्ण ने अन्न का कण और साग का पत्ता दुर्वासा ऋषि व उनके दस हजार शिष्यों की भूख
को शांत करने के लिए खाया। ऐसा उन्होंने इसलिए किया क्योंकि वे जानते थे कि इतने लोगों
को एक साथ भोजन करवाना पांडवों के लिए मुश्किल होगा।
प्रश्न
5. दुर्वासा ने भीम से क्या कहा?
उत्तर-
दुर्वासा ने भीमसेन से कहा "हम सब तो भोजन कर चुके है। युधिष्ठिर से जाकर कहना
कि असुविधा के लिए क्षमा करें।" यह कहकर ऋषि अपने शिष्यों सहित वहाँ से रवाना
हो गए।
20. मायावी सरोवर
तरकश-
बाण रखने का चोंगा। अंजुलि- हथेली/ दोनों हाथों से पानी पीने के लिए बनाई गई स्थिति/
ओक। बेधड़क- निर्भीक। |
प्रश्न
1. सरोवर पर नकुल को क्या आवाज़ आई?
उत्तर-
सरोवर पर नकल को आवाज आई -"माद्री के पुत्र। दुःसाहस न करो। यह जलाशय मेरे अधीन
है। पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो। फिर पानी पियो।"
प्रश्न
2. सरोवर पर अर्जुन को क्या आवाज आई?
उत्तर- "अर्जुन! मेरे प्रश्नों का उत्तर देने के बाद
ही प्यास बुझा सकते हो। यह तालाब मेरा है। मेरी बात नहीं मानोगे, तो तुम्हारी भी वही
गति होगी, जो तुम्हारे दो भाइयों की हुई है।"
प्रश्न
3.भाइयों के वापिस न आने पर युधिष्ठिर ने क्या निर्णय लिया ?
उत्तर-
भाइयों के वापिस न आने पर युधिष्ठर ने स्वयं वहाँ जाने का निर्णय लिया।
21. यक्ष प्रश्न
मरणासन्न-
मृत्यु निकट होना। अहं भाव- अहंकार। अंतर्धान- छिप जाना। अधीश- शासक, राजा। |
प्रश्न
1. यक्ष ने युधिष्ठिर से अंतिम प्रश्न क्या पूछा?
उत्तर-
यक्ष ने पूछा-" संसार में सबसे बड़े आश्चर्य की बात क्या है?"
प्रश्न
2, यक्ष के अंतिम प्रश्न का युधिष्ठिर ने क्या उत्तर दिया?
उत्तर-
"हर रोज़ आँखों के सामने कितने ही प्राणियों को मृत्यु के मुँह में जाते देखकर
भी बचे हुए प्राणी, जो यह चाहते हैं कि हम अमर रहें, यही महान आश्चर्य की बात है।"
प्रश्न
3. प्रश्नों के उत्तर से संतुष्ट यक्ष ने युधिष्ठिर से क्या कहा?
उत्तर-
"राजन्। मैं तुम्हारे मृत भाइयों में से एक को जीवित कर सकता हूँ। तुम जिस किसी
को भी चाहो, वह जीवित हो जाएगा।
प्रश्न
4. यक्ष ने युधिष्ठिर को क्या आशीर्वाद विया?
उत्तर-
यक्ष ने युधिष्ठिर से कहा-"बारह वर्ष के वनवास की अवधि पूरी होने में अब थोड़े
ही दिन बाकी रह गए हैं। बारह मास तक जो तुम्हें अज्ञातवास करना है, वह भी सफलता से
पूरा हो जाएगा। तुम्हें और तुम्हारे भाइयों को कोई भी नहीं पहचान सकेगा। तुम अपनी प्रतिज्ञा
सफलता के साथ पूरी करोगे। "
22. अज्ञातवास
धाक-
रौब। अवधि- समय। अनुमोदन- समर्थन। रथारूढ़- रथ पर चढ़कर। बाट जोहना- प्रतीक्षा करना।
थर्रा उठी- डर गई। |
प्रश्न
1. राजा विराट के यहाँ अज्ञातवास में पांडव किस नाम और रूप में रहे ?
उत्तर- युधिष्ठिर - कंक
भीमसेन
- वल्लभ
अर्जुन - बृहन्नला
नकुल
- ग्रंथिक
सहदेव
- तंत्रिपाल
प्रश्न
2. दुर्योधन ने कैसे अनुमान लगाया कि पांडव मत्स्य देश में हैं ?
उत्तर-
कीचक के मारे जाने की खबर पाते ही दुर्योधन का माथा ठनका कि हो-न-हो कीचक का वध भीम
ने ही किया होगा। यह दुर्योधन का अनुमान था।
प्रश्न
3. औरत के भेष में उत्तर के रथ पर अर्जुन को
देखकर दुर्योधन ने क्या कहा?
उत्तर-
औरत के भेष में रथ पर बैठे योद्धा के विषय में अर्जुन विषयक चर्चा सुनकर दुर्योधन कर्ण
से बोला-"हमें इस बात से क्या मतलब कि यह औरत के भेष में कौन है! मान लें कि यह
अर्जुन ही है। फिर भी हमारा तो उससे काम हो बनता है। शर्त के अनुसार उन्हें और बारह
वर्ष का वनवास भुगतान पड़ेगा।"
23. प्रतिज्ञा पूर्ति
भानजा-
बहन का पुत्र। खिन्न- दुःखी। गांडीव- अर्जुन के धनुष का नाम। परास्त- पराजित। |
प्रश्न
1. कर्ण, कृपाचार्य व अश्वत्थामा के मध्य विवाद को देखकर भीष्म ने क्या कहा ?
उत्तर-
कर्ण, कृपाचार्य व अश्वत्थामा के मध्य विवाद को देखकर भीष्म ने कहा कि इस समय आपस में
वैर विरोध न करके मिलकर शत्रु से लड़ना ही उचित है।
प्रश्न
2. पितामह भीष्म के संधि के प्रस्ताव पर व दुर्योधन ने क्या कहा ?
उत्तर-
पितामह भीष्म के संधि प्रस्ताव पर दुर्योधन ने कहा-"पूज्य पितामह! मैं संधि नहीं
चाहता हूँ। राज्य तो दूर रहा, मैं तो एक गाँव तक पांडवों को देने के लिए तैयार नहीं
हूँ।"
प्रश्न
3. प्रतिज्ञा के समय के संबंध में भीष्म ने दुर्योधन से क्या कहा?
उत्तर-
प्रतिज्ञा के समय के संबंध में उठे विवाद पर स्पष्टीकरण देते हुए भीष्म ने दुर्योधन
से कहा-"प्रतिज्ञा का समय कल ही पूरा हो चुका है। चंद्र और सूर्य की गति, वर्ष,
महीने और पक्ष विभाग के पारस्परिक संबंध को अच्छी तरह जाननेवाले मेरे कथन की पुष्टि
करेंगे । प्रत्येक वर्ष में एक जैसे महीने नहीं होते। मालूम होता है कि तुम लोगों की
गणना में भूल हुई है।"
24. विराट का भ्रम
शोकातुर-
शोक से व्याकुल। असल में- वास्तव में। |
प्रश्न
1. विराट की चिंता का क्या कारण था ?
उत्तर-
विराट का पुत्र उत्तर कौरवों की सेना से युद्ध करने गया था और वह भली-भाँति जानता था
कि वह उनका मुकाबला करने में असमर्थ रहेगा। यही विराट की चिंता का कारण था।
प्रश्न
2. कंक (युधिष्ठिर) ने विराट को सात्वना कैसे दी ?
उत्तर-
कंक ने विराट को सांत्वना देते हुए कहा कि वह घबराएं नहीं क्योंकि बृहन्नला उसके साथ
है।
प्रश्न
3. विराट ने युधिष्ठिर से क्षमा-याचना क्यों की ?
उत्तर-
विराट ने अपने पुत्र के समझाने पर व असलियत जान लेने पर कि कंक वास्तव में युधिष्ठिर है, उनसे क्षमा-याचना
की।
प्रश्न
4. विराट ने अर्जुन के समक्ष क्या प्रस्ताव रखा ?
उत्तर-
विराट को जब पता चला कि उसके पुत्र उत्तर का सारथि वृहन्नला के रूप में अर्जुन है,
तो उसने अपनी पुत्री उत्तरा से विवाह का प्रस्ताव रखा।
25. मंत्रणा
हितैषी-
भला चाहने वाला। दृढ़तापूर्वक- बलपूर्वक। शयनागार- शयन कक्ष। पथ प्रदर्शक- मार्ग
बताने वाले। पार्थ- पृथा पुत्र अर्जुन। दिल बल्लियों - उछलना। |
प्रश्न
1. प्रकट होने के बाद पांडव कहाँ रहने लगे थे ?
उत्तर-
अज्ञातवास के बाद पांडव विराट के राज्य में उपप्लव्य नामक नगर में रहने लगे थे।
प्रश्न
2. श्रीकृष्ण ने अर्जुन के सामने क्या विकल्प रखे ?
उत्तर-
श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा-"मेरी सेना एक तरफ़ होगी दूसरी तरफ़ अकेला मैं रहूँगा।
मेरी प्रतिज्ञा यह भी है कि युद्ध में मैं न तो हथियार उठाऊँगा और न ही लड़ँगा। तुम
भली-भाँति सोच लो तब निर्णय करो। इन दो में से जो पसंद हो. वह ले लो।"
प्रश्न
3. अर्जुन ने निहत्थे श्रीकृष्ण को क्यों चुना ?
उत्तर-
श्रीकृष्ण के इस प्रश्न का उत्तर देते हुए अर्जुन ने कहा था-"बात यह है कि आप
में वह शक्ति है कि जिससे आप अकेले ही इन तमाम राजाओं लड़कर इन्हें कुचल सकते हैं ।"
प्रश्न
4. अभिमन्यु का विवाह किससे हुआ ?
उत्तर-
उत्तरा से ।
प्रश्न
5. श्रीकृष्ण ने किस पदवी से अर्जुन की सहायता की ?
उत्तर-
पार्थ सारथी बनकर।
26. राजदूत संजय
नियत-
निश्चित। विवेकशील- बुद्धिमान, समझदार। हितचिंतक- भला चाहने वाले। डपोर शंख- बड़ी
बड़ी बातें करने वाला। |
1.
युधिष्ठिर के पास धृतराष्ट्र का संदेश लेकर कौन गया?
उत्तर-
संजय
2.
युधिष्ठिर ने संजय से कितने गांवों की मांग की?
उत्तर- पाँच
3.
श्रीकृष्ण हस्तिनापुर क्यों जाना चाहते थे,?
उत्तर-
युद्ध टालने के लिए
4.
युधिष्ठिर ने धृतराष्ट्र के पास क्या संदेश भेजा ?
उत्तर-
वे समझौते के अनुसार अपना हिस्सा चाहते थे।
27. शांतिदूत श्रीकृष्ण
कुचक्र-
बुरी चाल। संभ्रांत- विशिष्ट जन। आरूढ़- चढ़कर, बैठकर। कुलनाशी- कुल का नाश करने
वाला। मझधार- बीच में। |
1.
श्रीकृष्ण शांति दूत बनकर हस्तिनापुर किसके साथ गए ?
उत्तर-
सात्यिक ।
2.
दुर्योधन के भोजन निमंत्रण पर श्रीकृष्ण ने क्या कहा?
उत्तर-
मेरा उद्देश्य पूरा होने पर भोजन का न्योता देना उचित होगा।
3.
श्रीकृष्ण ने धृतराष्ट्र की सभा में क्या कहा ?
उत्तर- पांडवां को आधा राज्य लौटा दो। ऐसा करने से वे तुम्हे युवराज व धृतराष्ट्र को महाराज
मानेंगे। उनसे संधि कर लो।
28. पांडवों और कौरवों के सेनापति
उद्दंड-
अशिष्ट। तटस्थ- किसी का भी पक्ष नहीं लेने वाले। |
प्रश्न
1. पांडव सेना के सात नायक कौन थे ? उनमें से सेनापति कौन बना ?
उत्तर-
पांडवों की विशाल सेना को सात हिस्सों में बांट दिया गया। द्रुपद, विराट, धृष्टद्युम्न,
शिखंडी सात्यकि, चेकितान, भीमसेन आदि साथ महारथी इन 7 दलों के नायक बने इनमें से धृष्टद्युम्न
को सेनापति बनाया गया।
प्रश्न
2. भीष्म के सेनापति बनने पर कर्ण ने क्या निर्णय लिया ?
उत्तर-
कर्ण ने निर्णय लिया कि भीष्म के मारे जाने के बाद ही वह युद्धभूमि में प्रवेश करेगा
और केवल अर्जुन को ही मारेगा।
प्रश्न
3. अठारह दिन में कौरव-सेना के कौन-कौन सेनापति
बने ?
उत्तर-
अठारह दिन में कौरव-सेना के चार सेनापति बने। पहले दस दिन भीष्म, फिर पाँच दिन द्रोण,
दो दिन कर्ण और एक दिन शल्य सेनापति रहे।
प्रश्न
4. महाभारत कितने दिन चला ?
उत्तर-
18 दिन
29, 30, 31. युद्ध के 1 से 9 दिन
दंग
रहना- आश्चर्य चकित रहना। सारथी- रथ चलाने वाला। तितर बितर- इधर उधर बिखरना। उत्तेजित-
क्रोधित। व्यथित- व्याकुल। |
1.
कौरवों की सेना में सबसे आगे कौन था ?
उत्तर-
दु:शासन
2.
पांडवों की सेना में सबसे आगे कौन था ?
उत्तर-
भीमसेन
3.
चौथे दिन के युद्ध में धृतराष्ट्र के कितने पुत्र मारे गए ?
उत्तर-
आठ पुत्र।
4.
घटोत्कच कौन था ?
उत्तर-
घटोत्कच भीम का पुत्र था।
5.
पांचवें दिन के युद्ध की क्या विशेषता रही ?
उत्तर-
पांचवें दिन के युद्ध में अर्जुन ने कौरव सेना की हजारों सैनिक मार दिए।
6.
कुमार शंख कौन था
उत्तर-
अर्जुन का पुत्र।
7.
इरावान कौन था?
उत्तर-
अर्जुन का नागकन्या से उत्पन्न पुत्र।
8.
नौवें दिन का युद्ध पराक्रमी कौन कहलाया?
उत्तर-
भीष्म पितामह।
32. भीष्म शर-शय्या पर
वक्ष
स्थल- सीना। प्रत्युत्तर- बदला। शिकन ना आना- लेशमात्र भी खिन्न ना होना। मर्म स्थल-
कोमल अंग। प्राण हारी- प्राणों को हरने वाले। सोता- स्रोत। बिछोह- वियोग, अलग होने
की अनुभूति। |
प्रश्न
1. भीष्म शर-शय्या पर कैसे पहुँचे ?
उत्तर- अर्जुन ने शिखंडी को आगे करके उसकी आड़ लेकर भीष्म पर बाण बरसाए। शिखंडी भी महारथी था। उसने भी बाणों से पितामह का वक्ष-स्थल बींध दिया था। पितामह ने शिखंडी के बाणों का प्रत्युत्तर नहीं दिया। मृत्यु को निकट आई समझ भीष्म ढाल-तलवार लेकर रथ से उतरना चाहते थे कि वे गिर पड़े। उनके शरीर में इतने अधिक बाण थे कि उनका शरीर भूमि से नहीं लगा। इस स्थिति को ही शर-शैय्या कहते हैं।
प्रश्न
2. शर-शय्या पर पड़े भीष्म ने कर्ण से क्या कहा ?
उत्तर- "बेटा, तुम राधा के पुत्र नहीं, कुंती के पुत्र हो। सूर्यपुत्र। शूरता में तुम कृष्ण और अर्जुन की बराबरी कर सकते हो। तुम पांडवों में ज्येष्ठ हो। इस कारण तुम्हारा कर्तव्य है कि तुम उनसे मित्रता कर लो। मेरी यही इच्छा है कि युद्ध में मेरे सेनापतित्व के साथ ही पांडवों के प्रति तुम्हारे वैरभाव का भी आज ही अंत हो जाए।"
प्रश्न
3. ग्यारहवें दिन के युद्ध में दुर्योधन ने द्रोणाचार्य से क्या अनुरोध किया ?
उत्तर - ग्यारहवें दिन के युद्ध में दुर्योधन आचार्य के पास जाकर बोला-"आचार्य! किसी भी उपाय से आप युधिष्ठिर को जीवित ही पकड़ कर हमारे हवाले कर सके तो बड़ा ही उत्तम हो!"
प्रश्न
4. दुर्योधन युधिष्ठिर को जीवित क्यों पकड़ना चाहता था ?
उत्तर- दुर्योधन युधिष्ठिर को जीवित इसलिए पकड़ना चाहता था ताकि युद्ध जल्दी समाप्त हो जाए। वह यह भी सोच रहा था कि युधिष्ठिर को थोड़ा-सा राज्य का भाग देकर संधि कर ली जाए और कुछ समय के बाद जुआ खेलकर राज्य का वह भाग वापस अपने कब्जे में कर लिया जाए।
प्रश्न
5. क्या युधिष्ठिर जीवित पकड़े गए ?
उत्तर- नहीं। कौरवों द्वारा युधिष्ठिर को जीवित नहीं पकड़ा
जा सका। अर्जुन ने युद्ध भूमि में बाणों की ऐसी वर्षा की कि कौरव उस दिन बुरी तरह हारे।
33. बारहवां दिन
चेष्टा-
प्रयास। विलीन- छिपना। तहस नहस करना- नष्ट करना। |
प्रश्न
1. बारहवें दिन के युद्ध की उल्लेखनीय घटनाएं क्या रहीं ?
उत्तर-
बारहवें दिन की उल्लेखनीय घटनाएं दो रहीं -
- 1. द्रोणाचार्य युधिष्ठिर को पकड़ने में असफल रहे।
- 2 भगदत्त अर्जुन के द्वारा मारे गए।
प्रश्न
2 . कौरवों ने अर्जुन को युद्ध क्षेत्र से दूर ले जाने का निर्णय क्यों किया ?
उत्तर-
ताकि युधिष्ठिर को बंदी बना सके।
प्रश्न
3. शकुनि के दो भाई कौन थे ?
उत्तर-
वृषक और अचक।
प्रश्न
4. शकुनि के भाइयों को किसने मारा ?
उत्तर-
अर्जुन।
34. अभिमन्यु
अनुकरण-
पीछे पीछे चलना। ताड़ लेना- जान लेना। सैंधव- सिंधु देश का रहने वाला। |
प्रश्न
1. 13वें दिन युद्ध में चक्रव्यूह किसने रचा?
उत्तर-
द्रोण।
प्रश्न
2. चक्रव्यूह में सर्वप्रथम प्रवेश किसने किया?
उत्तर-
अभिमन्यु।
प्रश्न
3. अभिमन्यु की मृत्यु किसके हाथों हुई ?
उत्तर-
दु:शासन के पुत्र के हाथों।
प्रश्न
4. अभिमन्यु की मृत्यु के बाद अर्जुन ने क्या प्रतिज्ञा की ?
उत्तर-
अभिमन्यु की मृत्यु के बाद अर्जुन ने दृढ़ता पूर्वक कहा- "जिसके कारण मेरे प्रिय
पुत्र की मृत्यु हुई है, उस जगह जयद्रथ का मैं कल सूर्यास्त होने से पहले वध करके रहूंगा
यह मेरी प्रतिज्ञा है।"
35. युधिष्ठिर की चिंता और कामना
विक्षिप्त-
पागल। कुमुक- सेना। अधीर- व्याकुल। असीम- अत्यधिक। निहत्थे- हथियार से रहित। |
प्रश्न
1. कर्ण ने भीम को क्यों नहीं मारा ?
उत्तर-
कर्ण ने मां कुंती के समक्ष प्रतिज्ञा की थी कि केवल अर्जुन को छोड़कर और किसी कुंती
पुत्र को मारने की चेष्टा नहीं करेगा। युद्ध पश्चात वह बचेगा या अर्जुन। कुंती पुत्र
पांच ही रहेंगे।
प्रश्न
2. भीमसेन ने युधिष्ठिर की रक्षा का भार किसे सौंपा ?
उत्तर-
धृष्टद्युम्न को।
36. भूरिश्रवा, जयद्रथ और आचार्य द्रोण का अंत
निकृष्ट-
नीच, निंदनीय। आपे में ना रहना- विवेक खो देना। |
प्रश्न
1. श्री कृष्ण ने जयद्रथ को मारने के लिए अर्जुन को क्या कह कर सचेत किया ?
उत्तर-
श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा- "अर्जुन! जयद्रथ सूर्य की तरफ देखने में लगा है
और मन में समझ रहा है कि सूर्य डूब गया। परंतु अभी तो सूर्य डूबा नहीं है। अपनी प्रतिज्ञा
पूरी करने का तुम्हारे लिए यही अवसर है।
प्रश्न
2. भूरिश्रवा का वध किसने किया ?
उत्तर-
सात्यिक ने।
प्रश्न
3. जयद्रथ का सिर किसने काटा ?
उत्तर-
अर्जुन ने।
प्रश्न
4. अश्वत्थामा नाम किसका था ?
उत्तर-
हाथी व द्रोणाचार्य के पुत्र, दोनों का।
प्रश्न
5. द्रोणाचार्य का अंत कैसे हुआ?
उत्तर-
जब उन्हें अपने पुत्र के मरने की झूठी खबर मिली तो उनके हथियार डाल देने पर धृष्टद्युम्न
द्वारा वार करने पर द्रोणाचार्य का अंत हुआ।
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