2024 का पहला सूर्य ग्रहण

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
By -

  08 अप्रैल, सोमवार को लगने जा रहा है। साल का पहला सूर्यग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण होगा। अब से ठीक 54 साल पहले यानी 1970 में ऐसा सूर्यग्रहण लगा था। 

सूर्यग्रहण का समय

• 08 अप्रैल को सूर्यग्रहण दिल्ली समयानुसार रात में 09 बजकर 12 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगा।

• सूर्यग्रहण का खग्रास प्रारंभ 10 बजकर 10 मिनट से होगा।

• सूर्यग्रहण का मध्य रात में 11 बजकर 47 मिनट पर रहेगा।

• खग्रास समाप्त मध्य रात्रि 01 बजकर 25 मिनट पर।

• सूर्य ग्रहण मध्य रात्रि में 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।

• ऐसे में साल के पहले सूर्यग्रहण की अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी।

• 08अप्रैल को लगने वाले इस सूर्यग्रहण के दौरान 07 मिनट 50 सेकंड तक सूर्य पूरी तरह से नहीं देखा जा सकेगा। 

  यानी इस अवधि तक सूर्य पूरी तरह से ढक जाएगा। ऐसे में अमेरिका के कई हिस्सों में दिन में ही अंधेरा छा जाएगा। हालांकि, यह सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा।

सूर्य ग्रहण और सूतक  काल का समय

  सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। सूर्य ग्रहण के दौरान शास्त्रों में बताए हुए नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।

    जैसे-: सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन इत्यादि नहीं करना चाहिए, ग्रहण के समय मंदिरों को पट बंद कर दिए जाते हैं और किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं किये जाते। इस समय के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधान रहना चाहिए और सूर्य ग्रहण के दौरान घर के बाहर नहीं निकलना चाहिए।

 कहां-कहां दिखाई देगा साल का पहला सूर्यग्रहण

  साल का पहला सूर्यग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा इसलिए इसका सूतक काल भी यहां मान्य नहीं होगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण अलास्का को छोड़कर संपूर्ण अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, सहित कुछ उत्तरी भागों में आयरलैंड, इंग्लैंड के कुछ उत्तरी पश्चिमी क्षेत्रों और कनाडा में देखा जा सकेगा। साल का पहला पूर्ण सूर्यग्रहण सबसे पहले मेक्सिको में देखा जा सकेगा।

ग्रहण का राशियों पर प्रभाव

  प्राय: सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण जैसी घटनाएं शुभ नहीं मानी जाती। इससे राहु- केतु जैसे अशुभ ग्रहों का पृथ्वी- प्रकृति पर प्रभाव बढ़ता है जिसकी वजह से दुर्घटनाएं, अराजकता, अशांति ही पैदा होती है।

  ज्योतिष के अनुसार ग्रहण जैसी घटनाएं प्राय: सभी के लिए अशुभ व अनिष्टकारी ही होती है, लेकिन कई राशियों पर ग्रहण के कुछ ज्यादा ही दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

 ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय

  ग्रहण के समय ज्यादा से ज्यादा भगवन नाम जप व मंत्र जाप करना चाहिए। श्री हनुमान चालीसा/ संकटमोचन के पाठ करने चाहिए और ग्रहण शुद्ध होने के उपरांत अपने लग्न- नक्षत्र व राशि के अनुसार स्नान- दान- पुण्य- पूजा- उपासना इत्यादि करने चाहिए।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!