राम मंदिर, अयोध्या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही सब लोगो के मन मे तीव्र उत्कंठा है कि हम भी रामलला के दर्शनों हेतु जल्दी से जल्द...
राम मंदिर, अयोध्या |
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही सब लोगो के मन मे तीव्र उत्कंठा है कि हम भी रामलला के दर्शनों हेतु जल्दी से जल्दी जाएं, लेकिन ज्यादा भीड़ की चिंता के चलते जाने की हिम्मत नही जुटा पा रहे है, तो आप जान लीजिए कि निश्चिन्त होकर जाइये, भीड़ तो अयोध्या नगरी में अब आने वाले लंबे समय तक रहेगी लेकिन भीड़ के चलते वहां आपको रामजी के दर्शनों में कोई दिक्कत नही आएगी।
अभी अयोध्या जी मे प्रतिदिन करीब 2 से 3 लाख लोग रामलला के दर्शन कर रहे हैं, प्रशासन की व्यवस्थाएं इतनी बेहतरीन और सुव्यवस्थित हैं कि आपको दर्शनों में कोई दिक्कत नही आएगी।
बस कुछ बातों का ध्यान रखना है...
1. अयोध्या जी मे बाहरी वाहनों का प्रवेश वर्जित है, अगर आप अपनी गाड़ी से अयोध्या जा रहे है तो आपको अपनी गाड़ी अयोध्या के बाहर ही मेन हाईवे से उतरते ही बनी पार्किंग में खड़ी करनी पड़ेगी वहां से मंदिर करीब 3 किलोमीटर दूर है।
2. पार्किंग के बाहर से आपको ई रिक्शा मिल जाएगी जो आपको मन्दिर से करीब आधा किलोमीटर पहले उतार देगी, सुरक्षा के चलते रास्तों पर आवाजाही बदलती रहती है तो हो सकता हैंकि आपको थोड़ा पैदल चलना पड़े, इसलिए कम से कम 2 से 3 किलोमीटर पैदल चलने के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहे।
3. अयोध्या जी मे बड़ी संख्या में बजट होटल व धर्मशालाएं है इसलिए सामान्य व्यवस्था में रुकने में कोई दिक्कत नही है।
4. मंदिर में दर्शन के लिए जाए तो कोशिश करे कि जेब में सिर्फ पैसे रखकर ले जाये, क्योकि मन्दिर में मोबाइल, घड़ी, पेन, चाभी आदि ले जाना मना है। मन्दिर में सुरक्षा जांच से पूर्व लाकर रूम बने है जहां आप अपना सामान जमा करा के आगे जाते है।
5. अगर आप लाकर रूम में सामान रखते है तो वहां भीड़ के चलते आपको करीब एक से डेढ़ घण्टे का समय लग सकता है वरना आप मात्र 20 से 30 मिनट में दर्शन करके बाहर आ सकते है।
6. सुरक्षा जांच के बाद जब आप मन्दिर में प्रवेश करते है तो मंदिर की सीढ़ियां चढ़ते ही आपको रामलला दूर से ही दिखाई पड़ने लगते है, आप पहले हॉल से चलकर जाते हुए पांचवे हाल में रामलला के दर्शन करते है। भीड़ के चलते आपको वहां खड़े नही होने दिया जाएगा,लाइन चलती रहेगी और आप दर्शन करते रहेंगे इसलिये पहले हॉल से ही अपने ध्यान को रामलला पर केंद्रित कर लीजिए ताकि आपको बाद में ये मलाल न हो दर्शन ठीक से नही हुए।
7. मंदिर परिसर से बाहर आते समय आपको मंदिर प्रसासन की तरफ से निशुल्क प्रसाद दिया जाता है, निकास द्वार से बाहर आते समय इस बात का ध्यान रखे और अपना प्रसाद जरूर लें ले।
8. और अंत मे ध्यान रखे कि मंदिर प्रशासन और पुलिस का व्यबहार व व्यवस्था बहुत ही शानदार है तो उसके जवाब में हमारा आचरण भी सौम्य और सहयोगपूर्ण हो, अयोध्या इस समय उत्सव नगरी बनी हुई है, उसी माहौल में उसी भाव के साथ रहे और बनाई गई व्यबस्थाओ के हिसाब से ही आचरण करे।
वैसे तो अयोध्या में सैकडो मंदिर है, जहां के दर्शन के लिए आपको कई दिन लग सकते है।मगर आप आपनी सुविधा अनुसार एक या दो दिन में कुछ प्रमुख स्थल घूम सकते है।
एक दिन में अयोध्या घूमने का कार्यक्रम..
एक ही दिन में घूमना हो तो सुबह से लेके रात तक कम से कम 14 -15 घंटे का समय निकाले। सुबह 6 बजे होटल से निकलें, सरयू में स्नान करे 7 से 9 के बीच हनुमान गढ़ी के दर्शन करें , फिर राम मंदिर जाएं और 12.30 बजे कपाट बंद होने से पहले दर्शन कर लें और अगर आप सुबह 7 बजे नहीं निकल सकते तो 9 बजे सरयू में स्नान करके 10 बजे से 12 बजे तक हनुमान गढ़ी के दर्शन कर मार्केट घूमे, भोजन खरीददारी करे फिर 2.30 राम मंदिर के कपाट खुलने पर लॉकर में अपना सामान जमा करवा कर दर्शन करे। दर्शन के बाद सांय, 5 बजे बजे वापस सरयू पहुंच कर बोटिंग करे, 6 बजे सरयू मैया की आरती करे, उसके बाद लेजर लाइट शो का आनंद लें, फिर खाना खा कर रात को वापस निकल सकते है।
हनुमान गढ़ी, सरयू और राम मंदिर में आधा एक किलोमीटर का ही गैप है, आप पैदल चलकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते है, रास्ते में व्यंजन खरीददारी, सेल्फी प्वाइंट वगेरह उपलब्ध है।
दो दिन में अयोध्या घूमने का शेड्यूल..
अगर आप 2 दिन वहां पर रुकते है तो पहले हनुमान गढ़ी के दर्शन कर एक fदिन राम मंदिर के रात के दर्शन करे दूसरे दिन सुबह के दर्शन करे। फिर सरयू में स्नान, बोटिंग,सरयू आरती में शामिल होकर लेजर लाइट शो इत्यादि का आनद लें।
फिर इसके अलावा बहुत से भ्रमणीय स्थल है, कारसेवक पुरम, राम मंदिर कार्यशाला, राम सेवक पुरम, दशरथ महल, लक्ष्मण किला, आदि आदि, ये आप अपने बचे समय में घूम सकते है।
राम मंदिर दर्शन
राम मंदिर कब खुलता है?
सुबह- 6.30 से दोपहर 12.00 बजे तक
दोपहर- 2.30 से रात 10.00 बजे तक (समय में परिवर्तन संभव)
मंदिर में दर्शन कैसे होंगे?
राम मंदिर परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर की दूरी करीब 200 मीटर है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए बुजुर्गों और विकलांगों के लिए व्हीलचेअर की सुविधा भी रहेगी। मंदिर में आपको सिंह द्वार होते हुए 32 सीढ़ी चढ़कर राम मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आप पांच मंडप पार करके गर्भ गृह में रामलला के दर्शन 30 फीट दूरी से कर पाएंगे।
रामलला की आरती का समय क्या है?
मंगला आरती- सुबह 4.30 बजे
श्रृंगार आरती- सुबह 6.30 से 7.00 बजे
भोग आरती- 11.30 बजे
मध्यान्ह आरती- दोपहर 2.30 बजे
संध्या आरती- शाम 6.30 बजे
शयन आरती- रात 8.30 से 9.00 बजे
रामलला के वीआईपी दर्शन और मंगला व शृंगार आरती के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अभी कोई व्यवस्था घोषित नहीं की है। शृंगार, भोग और संध्या आरती में भक्त शामिल हो सकेंगे।
भगवान दिन में ढाई घंटे (दोपहर 12 से ढाई बजे तक) विश्राम करेंगे।
इस दौरान गर्भगृह के पट बंद रहेंगे।
आरती में कैसे शामिल हो सकते हैं ?
पास की ऑफलाइन व्यवस्था
आरती में शामिल होने के नियम ट्रस्ट तय कर रहा है। अभी ट्रस्ट द्वारा पास बनाया जाता है। ऑफलाइन पास श्रीराम जन्मभूमि कैं प ऑफिस से बनता है। इसके लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य होता है।
ऑनलाइन व्यवस्था
https://online.srjbtkshetra.org/#/aarti पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है, हालांकि अभी यह व्यवस्था एक्टिव नहीं हुई है। 27 जनवरी से व्यवस्था सामान्य होने की संभावना है। इसके बाद ही आप ऑनलाइन बुकिंग कर पाएंगे।
वीआईपी दर्शन की क्या व्यवस्था है ?
मंदिर में वीआईपी दर्शन की कोई आधिकारिक व्यवस्था, टिकट या
शुल्क नहीं है। अभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं।
मंदिर में प्रसाद क्या मिलेगा ?
राम मंदिर में भक्तों को ‘इलायची दाने’ का प्रसाद दिया जाएगा। यह चीनी और इलायची को मिलाकर बनाया जाता है। मंदिर परिसर में ही भक्तों को नि:शुल्क प्रसाद की व्यवस्था है।
प्रसाद कहां से मिलेगा ?
सभी भक्तों को प्रसाद बांटने के लिए मशीन लगाई गई है। ये मशीनें परिसर में दर्शनार्थियों के वापसी के रास्ते पर स्थापित हैं। अभी शुल्क के साथ प्रसाद की कोई व्यवस्था मंदिर में नहीं है।
चढ़ाने के लिए प्रसाद ले जा सकते हैं ?
भक्त भी विशेष अनुमति से शाकाहारी और शुद्ध मिठाई और मेवे आदि का भोग लगवा सकते हैं। सुरक्षा कारणों से रामलला के मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल, फूल माला, शृंगार या कोई और चीज भक्त नहीं ले जा सकेंगे।
मंदिर में अंदर क्या ले जा सकेंगे ?
मंदिर दर्शन के वक्त आप अंदर केवल पैसा और चश्मा जैसी जरूरी चीजें ही ले जा सकेंगे। अन्य वस्तुओ के लिए दर्शन मार्ग पर लाॅकर की सुविधा है।
कैसे पहुंचें अयोध्या ?
एयर कनेक्टिविटी
अयाेध्या पहुंचने के लिए देश के इन प्रमुख शहरों से फ्लाइट-
दिल्ली
इंडिगो (नियमित) दिन में 11.55 दोपहर 1.15 पर
एअर इंडिया एक्स. सुबह 10 बजे सुबह 11.20
मुंबई
इंडिगो दोपहर 12.30 बजे दाेपहर 2.45 बजे
अहमदाबाद
इंडिगो सुबह 9.10 बजे सुबह 11 बजे
चेन्नई
स्पाइस जेट 1 फरवरी से दोपहर 12.40 बजे दोपहर 3.15 बजे
बेंगलुरू
एअर इंडिया एक्सप्रेस सुबह 7.30 बजे (बुध) सुबह 10 बजे
सुबह 8.05 (सोम, गुरु) सुबह 10.35 बजे
कोलकाता
एअर इंडिया एक्सप्रेस दोपहर 12.45 बजे (बुध) दोपहर 2.30 बजे
1.25 बजे (सोम और गुरु) दोपहर 3.10 बजे
अयोध्या पहुंचने के लिए फरवरी से ये फ्लाइट्स भी शुरू हो रही हैं...
मुंबई
स्पाइसजेट सुबह 8:20 बजे सुबह 10:40 बजे 2 फरवरी से हफ्ते में 6 दिन
बेंगलुरू
स्पाइसजेट सुबह 10:50 बजे दोपहर 1:30 बजे 2 फरवरी से हफ्ते में 4 दिन
अहमदाबाद
स्पाइसजेट सुबह 6:00 बजे सुबह 8:00 बजे 1 फरवरी से
दिल्ली
स्पाइसजेट सुबह 8:40 बजे सुबह 10:00 बजे 1 फरवरी से
दरभंगा
स्पाइसजेट सुबह 11:20 बजे दोप. 12:30 बजे 1 फरवरी से
जयपुर
स्पाइसजेट सुबह 7:30 बजे सुबह 9:15 बजे 1 फरवरी से
पटना
स्पाइसजेट दोपहर 2:25 बजे दोपहर 3:25 बजे 1 फरवरी से
पुणे
आकासा सुबह 8:50 बजे दोपहर 12:55 बजे 15 फरवरी से वाया दिल्ली
ग्वालियर
एअर इंडिया एक्स. सुबह 8:15 बजे सुबह 11:20 बजे 16 जनवरी से वाया दिल्ली
रेल कनेक्टिविटी
- दिल्ली वंदे भारत एक्स. 6:10 सुबह 2:30 दोपहर सोम, मंगल, गुरु, शुक्र, शनि, रवि
- दिल्ली अयोध्या एक्स. 6:20 शाम 7:15 सुबह रोजाना
- दिल्ली कैफियत एक्स. 8:25 शाम 6:56 सुबह रोजाना
- अमृतसर सरयू यमुना एक्स. 1:05 दोपहर 8:51 सुबह सोम, बुध, शनि
- अदमदाबाद साबरमती एक्स. 11:10 रात 4:22 सुबह सोम, मंगल, गुरु, शनि
- जयपुर मरुधर एक्स. 1:40 दोपहर 4:43 सुबह सोम, गुरु, शनि
- भाेपाल YPR GKP एक्स. 3:35 रात 4:24 दोपहर शनि
- इंदौर INDB PNBE एक्स 1:55 दोपहर 7.45 सुबह शनि
- मुंबई साके त एक्स. 6.00 सुबह 8.00 सुबह बुध, शनि
- कोलकाता KOAA JAT एक्स 11.45 दोपहर 6.21 सुबह रोजाना
- बेंगलुरु YPR GKP एक्स 11.40 रात 4.24 दोपहर बुध
रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों को अयोध्याजी से जोड़ने वाली 1,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। ये ट्रेनें 19 जनवरी से चलाने की योजना है। इन ट्रेनों के बारे में आप अपने शहरों से पता कर सकते हैं।
दिल्ली,मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता, नागपुर, लखनऊ, जम्मू और कश्मीर सहित अन्य शहरों से ट्रेन चलाने की योजना है।
कहां रुक सकते हैं ?
अयोध्या में राम मंदिर के पास पांच किमी के दायरे में रुकने के प्रमुख स्थान इस तरह हैं । अयाेध्या में ठहरने-रुकने की व्यवस्था लगातार बढ़ रही है। आसपास पांच किमी के दायरे में ही बहुत अच्छी व्यवस्था है।
राम मंदिर के आस-पास ठहरने के मौजूद चुनिंदा स्थानों के बारे में -
- जैन धर्मशाला - 50 कमरे, किराया - 500 से 2000, मन्दिर से दूरी - 1.5 किमी, सम्पर्क सूत्र - 6260363801.
- राम वैदेही मंदिर धर्मशाला - 200 कमरे, किराया - 1000 से 3000 मन्दिर से दूरी - 2 किमी, सम्पर्क सूत्र - 7570088000.
- कनक महल - 50 कमरे, किराया - 1000 से 3000 मन्दिर से दूरी - 2 किमी, सम्पर्क सूत्र - 9682958388.
- राम होटल - 50 कमरे, किराया - 1000 से 3000, मन्दिर से दूरी - 1 किमी, सम्पर्क सूत्र - 9415140674.
- रामप्रस्थ होटल - 40 कमरे, किराया - 1000 से 3000, मन्दिर से दूरी - 2 किमी, सम्पर्क सूत्र - 8115000098.
- रमीला कुटीर - 25 कमरे , किराया - 5,000 रुपए, मन्दिर से दूरी - 2 किमी.
- रामायणम होटल - 40-50 कमरे, किराया 20,000 तक, मन्दिर से दूरी - 3 किमी.
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