कादम्बरी(शुकनासोपदेश) के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर -
Important Questions of Kadamgbari(shuknasopdesh)
प्रश्न - कादम्बरी कथा के लेखक कौन हैं ?
उत्तर- बाणभट्ट।
प्रश्न - शुकनासोपदेश के रचनाकार कौन हैं ?
उत्तर - बाणभट्ट।
प्रश्न - बाणभट्ट का समय क्या है ?
उत्तर - सातवीं शताब्दी का पूर्वार्द्ध।
प्रश्न - बाणभट्ट के पिता का क्या नाम है ?
उत्तर - चित्रभानु।
प्रश्न - बाणभट्ट का गोत्र क्या है ?
उत्तर - वत्स।
प्रश्न - बाणभट्ट किस राजा के सभापण्डित थे ?
उत्तर - सम्राट हर्ष के।
प्रश्न - हर्ष का समय क्या है ?
उत्तर - 606-647 ई. ।
प्रश्न - बाणभट्ट को "महानयं भुजंगः" किसने कहा ?
उत्तर - सम्राट् हर्ष ने ।
प्रश्न - बाणभट्ट के पितामह कौन थे ?
उत्तर - अर्थपति ।
प्रश्न - बाणभट्ट की माता का क्या नाम था ?
उत्तर - राजदेवी ।
प्रश्न - बाणभट्ट किस रीति के कवि हैं ?
उत्तर - पाञ्चाली रीति ।
प्रश्न - बाणभट्ट की प्रमुख रचनाएँ कौन हैं ?
उत्तर - बाणभट्ट की निम्नलिखित रचनाएँ हैं -
1. कादम्बरी(कथा)
2. हर्षचरितम्(आख्यायिका)
3. चण्डीशतकम्(मुक्तक)
4. मुकुटताडितक(नाटक)
5. पार्वती परिणय(नाटक)।
प्रश्न - "वश्यवाणी कवि चक्रवर्ती" यह कथन किसने किसके लिए कहा ?
उत्तर - हर्षवर्धन ने बाणभट्ट के लिए।
प्रश्न - "वाणी बाणो बभूव" यह किसका कथन है ?
उत्तर - गोवर्धनाचार्य का।
प्रश्न - महाकवि बाणभट्ट के लिए "बाणस्तु पञ्चाननः" किसने कहा ?
उत्तर - श्री चन्द्रदेव ने।
प्रश्न - "पञ्चबाणस्तु बाणः" यह किसका कथन है ?
उत्तर - जयदेव का।
प्रश्न - "वाणी बाणस्य मधुरशीलस्य" यह किसका कथन है ?
उत्तर - धर्मदास का।
प्रश्न - "यादृग् गद्यविधौ बाणः पद्यबन्धेऽपि तादृशः" यह बाणभट्ट के लिए किसने कहा है ?
उत्तर - महाकवि भोजराज ने।
प्रश्न - कादम्बरी किस विधा की रचना है ?
उत्तर - कथा ।
प्रश्न - कादम्बरी कथा के कितने भाग हैं ?
उत्तर - दो(2) - पूर्वार्द्ध और उत्तरार्द्ध।
प्रश्न - कादम्बरी का प्रधान रस क्या है ?
उत्तर - शृंगार रस ।
प्रश्न- कादम्बरी का उपजीव्य ग्रन्थ कौन सा है ?
उत्तर - गुणाढ्य की बृहत्कथा।
प्रश्न - कादम्बरी कथा का नायक कौन है ?
उत्तर - चन्द्रापीड(शूद्रक) ।
प्रश्न - कादम्बरी कथा की नायिका कौन है ?
उत्तर - कादम्बरी ।
प्रश्न - कादम्बरी कथा का सहनायक कौन है ?
उत्तर - वैशम्पायन(पुण्डरीक) ।
प्रश्न - कादम्बरी कथा की सहनायिका कौन है ?
उत्तर - महाश्वेता ।
प्रश्न - कादम्बरी में कितने जन्मों की कथा का उल्लेख है ?
उत्तर - तीन जन्मों की।
प्रश्न - शूद्रक पूर्वजन्म में कौन था ?
उत्तर - चन्द्रापीड और चन्द्रमा।
प्रश्न - शुक पूर्वजन्म में कौन था ?
उत्तर - वैशम्पायन और पुण्डरीक।
प्रश्न - चाण्डालकन्या पूर्वजन्म में क्या थी ?
उत्तर - लक्ष्मी ।
प्रश्न - चन्द्रापीड किस कोटि का नायक है ?
उत्तर - धीरोदात्त ।
प्रश्न - कादम्बरी किस श्रेणी की नायिका है ?
उत्तर - परकीया मुग्धा(विवाह पूर्व) तथा स्वकीया मध्या(विवाहोपरान्त) ।
प्रश्न - कादम्बरी में किस गुण की प्रधानता है ?
उत्तर - माधुर्य गुण की ।
प्रश्न - "कादम्बरी" का शाब्दिक अर्थ क्या है ?
उत्तर - मदिरा ।
प्रश्न - कादम्बरी के मंगलाचरण में किसकी वन्दना की गई है ?
उत्तर - त्रिगुणस्वरूप अजन्मा परब्रह्म की।
प्रश्न - प्राणियों के प्रादुर्भाव के समय ब्रह्म किस गुण से युक्त होता है ?
उत्तर - रजोगुण से।
प्रश्न - पालन करते हुए ब्रह्म किस गुण से युक्त होता है ?
उत्तर - सात्त्विक गुण से ।
प्रश्न - प्रलयकाल में ब्रह्म किस गुण से युक्त होता है ?
उत्तर - तमोगुण से ।
प्रश्न - कादम्बरी में किस प्रकार का मंगलाचरण किया गया है ?
उत्तर - नमस्कारात्मक ।
प्रश्न - कादम्बरी के मंगलाचरण में कौन सा छन्द है ?
उत्तर - वंशस्थ(जतौ तु वंशस्थमुदीरितं जरौ) ।
प्रश्न - कादम्बरी के द्वितीय शलोक में किसकी वन्दना की गई है ?
उत्तर - शिवजी के चरण धूलि की ।
प्रश्न - बाणभट्ट के गुरू का क्या नाम है ?
उत्तर - भर्वु।
प्रश्न - "अतिद्वयी" कथा किसे कहा गया है ?
उत्तर - कादम्बरी को ।
प्रश्न - बाणभट्ट को कादम्बरी कथा की प्रेरणा कहाँ से मिली ?
उत्तर - गुणाढ्य की वृहत्कथा तथा सुबन्धु की वासवदत्ता से।
प्रश्न - कादम्बरी कथा का प्रारम्भ कहाँ से होता है ?
उत्तर - शूद्रक के प्रभाव और उनकी राजधानी विदिशा नगरी के वर्णन से।
प्रश्न - शूद्रक के दरबार में वैशम्पायन नामक तोते को लेकर कौन आता है ?
उत्तर - चाण्डालकन्या ।
प्रश्न - वैशम्पायन नामक तोते ने राजा की प्रशंसा कैसे करता है ?
उत्तर - अपना दाहिना पैर उठाकर, मनुष्य की भाषा में, एक आर्या छन्द का पाठ करता है ।
प्रश्न - वैशम्पायन द्वारा पठित आर्या छन्द क्या था ?
उत्तर - "स्तनयुगमश्रुस्नातं समीपतरवर्तिहृदयशोकाग्नेः। चरति विमुक्ताहारं व्रतमिव भवतो रिपुस्त्रीणाम्॥"
प्रश्न - वैशम्पायन शुक महर्षि जाबालि के आश्रम कैसे पहुँचता है ?
उत्तर - हारीत के द्वारा ।
प्रश्न - चन्द्रापीड के पिता का क्या नाम है ?
उत्तर - तारापीड ।
प्रश्न - तारापीड का मन्त्री कौन है ?
उत्तर - शुकनास ।
प्रश्न - शुकनास के पुत्र का क्या नाम है ?
उत्तर - वैशम्पायन ।
प्रश्न - चन्द्रापीड और वैशम्पायन की कथा का वर्णन कौन करता है ?
उत्तर - महर्षि जाबालि ।
प्रश्न - शुक का जन्म कहाँ होता है ?
उत्तर - विन्ध्याटवी में एक शाल्मली वृक्ष के ऊपर ।
प्रश्न - उज्जयिनी किस देश की राजधानी है ?
उत्तर - मालवा की ।
प्रश्न - तारापीड की पत्नी और चन्द्रापीड की माता का क्या नाम है ?
उत्तर - विलासवती ।
प्रश्न - शुकनास की पत्नी का क्या नाम है ?
उत्तर - मनोरमा ।
प्रश्न - "ताम्बूलवाहिनी" कौन है ?
उत्तर - चन्द्रापीड की सेविका पत्रलेखा ।
प्रश्न - पत्रलेखा पूर्वजन्म में क्या थी ?
उत्तर - रोहिणी ।
प्रश्न - चन्द्रापीड के घोड़े का क्या नाम है ?
उत्तर - इन्द्रायुध।
प्रश्न - इन्द्रायुध पूर्व जन्म में कौन था ?
उत्तर - पुण्डरीक का मित्र कपिञ्जल ।
प्रश्न - चाण्डालकन्या पूर्वजन्म में कौन थी ?
उत्तर - पुण्डरीक की माता लक्ष्मी ।
प्रश्न - किसका पीछा करते हुए चन्द्रापीड अच्छोद सरोवर पहुँचता है ?
उत्तर - किन्नर मिथुन का ।
प्रश्न - चन्द्रापीड ने अच्छोद सरोवर पर तप करते हुए किसको देखा ?
उत्तर - महाश्वेता को ।
प्रश्न - महाश्वेता किसकी पुत्री है ?
उत्तर - गन्धर्वराज हंस और गौरी की पुत्री।
प्रश्न - महाश्वेता की सहचरी कौन है ?
उत्तर - तरलिका ।
प्रश्न - कादम्बरी किसकी पुत्री है ?
उत्तर - गन्धर्वराज चित्ररथ और मदिरा की पुत्री ।
प्रश्न - पुण्डरीक के माता पिता कौन हैं ?
उत्तर - महर्षि श्वेतकेतु और लक्ष्मी ।
प्रश्न - बाणभट्ट को "तुरंगबाण" क्यों कहा जाता है ?
उत्तर - इन्द्रायुध का सजीव वर्णन करने के कारण ।
प्रश्न - शुकनास किसका मन्त्री है ?
उत्तर - तारापीड का ।
प्रश्न - शुकनास चन्द्रापीड को कब उपदेश देता है ?
उत्तर - राज्याभिषेक के समय ।
प्रश्न - किस प्रकार के अन्धकार को सूर्य, मणियों और दीपक के प्रकाश से भी दूर नहीं किया जा सकता है ?
उत्तर - युवावस्था के प्रभाव से उत्पन्न अन्धकार को।
प्रश्न - किससे उत्पन्न मद दारुण हौता है तथा वृद्धावस्था में भी शान्त नहीं होता ?
उत्तर - लक्ष्मी से ।
प्रश्न - अञ्जन की शलाका से किसे ठीक नहीं किया जा सकता है ?
उत्तर - ऐश्वर्यरूपी तिमिर नामक रोग को ।
प्रश्न - शीतल उपचारों से किसे ठीक नहीं किया जा सकता है ?
उत्तर - दर्प(अहंकार) रूप दाहज्वर को।
प्रश्न - स्नान एवं शौच आदि कार्यों से भी कौन पवित्र नहीं होता है ?
उत्तर - राग रूपी मल(गन्दगी) ।
प्रश्न - किस प्रकार की निद्रा रात बीत जाने पर भी पूर्ण नहीं होती ?
उत्तर - राज्यसुख की निद्रा ।
प्रश्न - कौन अनर्थ की परम्पराएँ हैं ?
उत्तर - अनर्थ की चार परम्पराएँ है -
- जन्म से प्राप्त ऐश्वर्य।
- नवीन युवावस्था ।
- अनुपम सौन्दर्य ।
- अलौकिक शक्ति ।
प्रश्न - शास्त्रजल से प्रक्षालित बुद्धि भी कलुषता को कब प्राप्त कर लेती है ?
उत्तर - युवावस्था के आरम्भ में ।
प्रश्न - इन्द्रिय हरिणों को कौन नष्ट कर देता है ?
उत्तर - उपभोग मृग तृष्णा ।
प्रश्न - जलविहीन स्नान क्या है ?
उत्तर - गुरूपदेश ।
प्रश्न - अनार्या कौन है ?
उत्तर - लक्ष्मी ।
प्रश्न - "वसुजननी" किसका विशेषण है ?
उत्तर - लक्ष्मी का ।
प्रश्न - पारिजात पल्लवों से लक्ष्मी ने क्या ग्रहण किया ?
उत्तर - राग ।
प्रश्न - कालकूट विष से लक्ष्मी ने किसका ग्रहण किया ?
उत्तर - मोहनशक्ति का।
प्रश्न - लक्ष्मी ने निष्ठुरता किससे ग्रहण की ?
उत्तर - कौस्तुभमणि से ।
प्रश्न - "आपानभूमि"रिति शब्दस्य कोऽर्थः ?
उत्तर - मधुशाला ।
प्रश्न - "आशीविषाः" शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर - विषैले नाग ।
प्रश्न - "अप्रत्यय" शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर - अविश्वसनीय ।
प्रश्न - "यौवराज्यमि"ति पदे कः प्रत्ययः ?
उत्तर - ष्यञ् ।
प्रश्न - "निसर्गत" इति पदे कः प्रत्ययः ?
उत्तर - तसिल् ।
प्रश्न - "अतिगहनमि"ति पदे कः समासः ?
उत्तर - अव्ययीभावसमास - गहनानि अतिक्रान्तः ।
प्रश्न - "यौवनप्रभवम्" में कौन सा समास है ?
उत्तर - पञ्चमी तत्पुरुष - यौवनात् प्रभवम् ।
प्रश्न - "भूभुजम्" में कौन सा समास है ?
उत्तर - उपपद त.समास - भुवं भुनक्ति इति तम्।
प्रश्न - "अतिगहनं तमो यौवनप्रभवम्" यह पंक्ति कहाँ से उद्धृत है ?
उत्तर - शुकनासोपदेश से ।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
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