ऊँ नमो जानकीवल्लभं रम्यरूपम्। माँ जानकी की स्तुति संस्कृत में। नयी रचना

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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राम सीता और हनुमान
राम सीता और हनुमान 

   नमो जानकीवल्लभं रम्यरूपम् ।।

   निधानं गुणानां निजात्म स्वरूपम् ।।


   त्रिलोकैकनाथं सदा दीननाथम् ।।

   सुरम्यात्मगाथं भजे सृष्टिभूपम्।। नमो ।।


    अशेषाधिराजं तथा शेषसेव्यम्।।

    अयोध्यानरेशं दधे चित्तकूपम् ।।नमो।। 

     

    दशास्यादिनाशं महापापनाशम्।।

    गुणानां विकाशं यजे भूपभूपम् ।।नमो।। 


    सदा सच्चिदानन्दरूपं परेशम्।।

    महेशादिदेवैः प्रणम्यं ह्यनूपम्।।नमो।। 


     हृदा मारुतिप्रार्थितं जानकीशम् ।।

  भजे भक्तियुक्तोऽभिरूपं स्वरूपम्।नमो। 

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