मेघदूतम् प्रश्नोत्तरी(Important questions of megh doot)

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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मेघदूतम् प्रश्नोत्तरी

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Important questions of megh doot


प्रश्न - मेघदूतम् के रचनाकार कौन हैं ?

उ.  कालिदास ।

प्रश्न - मेघदूतम् किस विधा का काव्य है ?

उ. खण्डकाव्य/गीतिकाव्य ।

प्रश्न - मेघदूतम् कितने भागों में विभक्त है ?

उ. दो भागों में- (1) पूर्वमेघ (2) उत्तरमेघ  

प्रश्न - मेघदूतम् का प्रधान रस क्या है ?

उ. विप्रलम्भ शृङ्गार(वियोग शृंगार)

प्रश्न - मेघदूतम् में किस छन्द का प्रयोग है ?

उ. मन्दाक्रान्ता ।(सम्पूर्ण मेघदूतम् में इसी छन्द का प्रयोग है ।) 

प्रश्न - मेघदूतम् में किस रीति का प्रयोग किया गया है ?

उ.  वैदर्भी रीति ।

प्रश्न - मेघदूतम् का उपजीव्य ग्रन्थ क्या है ?

उ. ब्रह्मवैवर्तपुराण ।

प्रश्न - मेघदूतम् में दूत की कल्पना किस ग्रन्थ से की गई ?

उ.  वाल्मीकीय रामायण से ।

प्रश्न - मेघदूतम् का नायक कौन है ?

उ. यक्ष (हेममाली) ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार ।

प्रश्न - मेघदूतम् की नायिका कौन है ?

उ.  यक्षिणी (विशालाक्षी) ।

प्रश्न - मेघदूतम् का जर्मन भाषा में पद्यानुवाद किसने किया ?

उ. जर्मन विद्वान् मैक्समूलर ने ।

प्रश्न - मेघदूतम् का जर्मनभाषा में गद्यानुवाद किसने किया ?

उ. श्वेट्ज ने 

प्रश्न - मेघदूतम् का अंग्रेजी में पद्यानुवाद किसने किया है ?

उ. आर्थर राइडर और एच. जी रूक ने ।

प्रश्न - हिन्दीभाषा में मेघदूतम् के कितने पद्यानुवाद हो चुके हैं ?

उ.  6(छः) ।

प्रश्न -  कालिदास के मन्दाक्रान्ता छन्द की प्रशंसा किसने की ?

उ. क्षेमेन्द्र ने  ।'सुवशा कालिदासस्य मन्दाक्रान्ता विराजते' - सुवृत्ततिलक ।

प्रश्न - मेघदूत को शोकगीत(Elegy) किसने कहा है ?

उ.  डॉ. कीथ ने  ।

प्रश्न - भारतीय मत में मेघदूत क्या है ?

उ. विरहगीत या विप्रलम्भगीत है। 

प्रश्न - मेघदूतम् के प्रमुख पात्र हैं ?

उ. यक्ष (हेममाली), यक्षिणी (विशालाक्षी), मेघ (बादल), कुबेर (यक्षाधिपति) ।

प्रश्न - संस्कृत के गीतिकाव्यों का आदिग्रन्थ कौन है ?

उ. मेघदूतम् ।

प्रश्न - किसने मेघदूत लिखने में रामायण से प्रेरणा मानी है ?

उ. दक्षिणावर्तनाथ और मल्लिनाथ ने ।

प्रश्न -  यक्ष को अलकाधीश्वर कुबेर के शाप का आधार क्या है ?

उ. पद्मपुराण ।

प्रश्न - पद्मपुराण में यक्ष का कथानक किस प्रसंग में प्राप्त होता है ?

उ. योगिनी नामक आषाढ़ कृष्ण एकादशी महात्म्य-प्रसंग में ।

प्रश्न - मेघदूतम् के श्लोकों की संख्या कितनी है ?

उ. 115  

प्रश्न - पूर्वमेघ में कितने पद्य हैं ?

उ. 63 

प्रश्न -  उत्तरमेघ में कितने पद्य हैं ?

उ. 52 

प्रश्न - मल्लिनाथ ने कितने पद्य स्वीकार किए हैं ?

उ.  121   (किन्तु 6 श्लोकों को प्रक्षिप्त माना है) ।

प्रश्न - यक्षों के अधिपति कौन हैं ?

उ. कुबेर । 

प्रश्न - कुबेर ने यक्ष को शाप क्यों दिया ?

उ. अपने कार्य में प्रमाद करने के कारण ।

प्रश्न - कुबेर ने एक वर्ष तक अपनी पत्नी से वियुक्त रहने का शाप क्यों दिया ?

उ. यक्ष अपनी पत्नी में आसक्ति के कारण अपने कार्य में प्रमाद करता है इसलिए कुबेर ने एक वर्ष तक अपनी पत्नी से वियुक्त रहने का शाप दिया ।

प्रश्न - शाप के कारण नष्ट महिमा वाला यक्ष कहाँ रहता है ?

उ. रामगिरि के आश्रमों में ।

प्रश्न - मेघदूत के आरम्भ में यक्ष अपने शापावधि के कितने माह काट चुका है ?

उ.  8 (आठ) ।

प्रश्न - यक्ष के शापावधि के कितने माह शेष हैं ?

उ. चार माह ।

प्रश्न - मेघदूतम् का नायक यक्ष किस प्रकार का नायक है ?

उ.  धीरललित । 

प्रश्न - यक्षिणी किस प्रकार की नायिका है ?

उ.  स्वकीया एवं पद्मिनी नायिका ।

प्रश्न - मेघदूत में किस गुण की प्रधानता है ?

उ. प्रसाद एवं माधुर्य गुण की ।

प्रश्न - मेघदूतम् में किस रीति का प्रयोग हुआ है ?

उ.   वैदर्भीरीति का ।

प्रश्न - 'मेघदूतम्' पद में कौन सा समास  प्राप्त है ?

उ. बहुव्रीहि समास(मेघः एव दूतः यस्मिन् काव्ये तत् 'मेघदूतम्') । 

प्रश्न - यक्षाधिपति कुबेर की राजधानी का क्या नाम है ?

उ. 'अलका' । 

प्रश्न - अलका नगरी कहाँ स्थित है ?

उ. हिमालय पर्वत शृंखला के कैलाश नामक शिखर पर ।

प्रश्न - रामगिरि पर्वत की स्थिति मल्लिनाथ तथा वल्लभ ने कहाँ मानी है ?

उ. चित्रकूट, जो बुन्देलखण्ड में है।

प्रश्न - नागपुर से कुछ दूरी पर स्थित रामटेक का प्राचीन नाम रामगिरि किसने माना है ?

उ. प्रो. विल्सन ने  ।

प्रश्न - रामगिरि किसके स्नान से  पवित्र जल वाला हो गया है ?

उ. सीताजी के स्नान से ।

प्रश्न -  यक्ष पर्वतों से क्रीड़ा करने वाले गज के तुल्य 'मेघ' को कब देखता है ?

उ. आषाढ़ के प्रथम दिन । 

प्रश्न - मेघदूतम् में किस प्रकार का मङ्गलाचरण किया गया है ?

उ. वस्तुनिर्देशात्मक मङ्गलाचरण ।

प्रश्न - दुर्बल यक्ष की कलाई से स्वर्णनिर्मित कंकण के गिरने से वह रिक्त कलाई वाला हो क्यों हो गया है ?

उ. प्रियावियोग के कारण ।

प्रश्न - अपनी कुशलवार्ता अपनी प्रिया तक पहुँचाने के लिए अपने निवेदन से पूर्व यक्ष  मेघ को किस पुष्प से अर्ध्य देता है ?

उ. कुटज (गिरिमल्लिका) के पुष्पों से ।

प्रश्न - कालिदास के अनुसार मेघ का शरीर किन पदार्थों से मिलकर बनता है ?

उ. धुआँ, अग्नि, जल एवं वायु से ।

प्रश्न - किस कारण से यक्ष जड़ मेघ से भी सन्देश ले जाने का निवेदन करता है ?

उ. कामार्तता के कारण ।

प्रश्न - मेघ किस वंश में उत्पन्न है ?

उ. पुष्कर और आवर्तक वंश में ।

प्रश्न - इन्द्र का प्रमुख व्यक्ति कौन है ?

उ. मेघ ।

प्रश्न - स्वेच्छानुसार आकृति धारण करने में कौन समर्थ है ?

उ. मेघ ।

प्रश्न - सन्तप्तों का एकमात्र शरण कौन है ?

उ. मेघ ।

प्रश्न - मेघ को सन्देश लेकर कहाँ जाना है ?

उ. अलकापुरी ।

प्रश्न - अलका के महल किससे धवल हैं ?

उ. बाहरी उद्यान में स्थित भगवान् शिव के मस्तक पर सुशोभित चन्द्र की चाँदनी से ।

प्रश्न - मेघ के बायीं ओर कौन शब्द कर रहा है ?

उ. चातक (पपीहा) ।

प्रश्न - गर्भाधान उत्सवकाल के परिचय से आकाश में कौन पंक्तिबद्ध होकर मेघ का सेवन करती हैं ?

उ.  बगुलियाँ ।

प्रश्न - यात्रा में मेघ के साथी कौन होंगे ?

उ. मानसरोवर जाने को उत्सुक तथा मार्ग में भूख मिटाने के लिए चोंच में मृणाल लिए हुए राजहंस ।

प्रश्न - रामगिरि किनके चरणचिह्नों से युक्त है ?

उ. श्रीरामचन्द्र के चरणचिन्हों से ।

प्रश्न - मेघ किस दिशा की ओर मुख करके अपनी यात्रा का आरम्भ करता है ?

उ. उत्तरदिशा की ओर । 

प्रश्न - वसुबन्धु के शिष्य कौन थे ?

उ. दिङ्गनागाचार्य ।

प्रश्न - मल्लिनाथ ने किसे कालिदास का प्रतिद्वन्द्वी माना है ?

उ. दिङ्गनाग को ।

प्रश्न- कौन सा आश्रम 'गीले स्थल बेतों' से युक्त है ?

उ. रामगिरि आश्रम ।

प्रश्न - इन्द्रधनुष से युक्त श्यामल मेघ की उपमा किससे की गई है ?

उ. गोपवेषधारी भगवान् श्रीकृष्ण से ।

प्रश्न - मेघ की यात्रा में सर्वप्रथम कौन सा प्रदेश पड़ता है ?

उ.  माल प्रदेश ।

प्रश्न - रामगिरि से थोड़ा पश्चिम कौन सा प्रदेश पड़ता है ?

उ. माल प्रदेश ।

प्रश्न - माल प्रदेश में वर्षा कर यहाँ की भूमि को सुगन्ध करता हुआ मेघ किस ओर प्रस्थान करता है ?

उ.  उत्तर की ओर ।

प्रश्न - पूर्व समय में  दावाग्नि को शान्त करने वाले मेघ को मित्रता के कारण आम्रकूट किस पर धारण करेगा?

उ. सिर पर (चोटी पर)धारण करेगा।

प्रश्न - मेघ की यात्रा का पहला पर्वत कौन है ?

उ. आम्रकूट ।

प्रश्न - कौन आधुनिक अमरकण्टक, जो नर्मदा का उद्गम है उसको ही आम्रकूट मानते है ?

उ. प्रो. विल्सन ।

प्रश्न - आम्रकूट किस प्रकार का पर्वत है ?

उ. पके हुए आम्र से युक्त आम्रवृक्षों वाला पर्वत । 

प्रश्न - मेघ के चोटी पर आसीन हो जाने के कारण आम्रकूट पर्वत किस प्रकार सुशोभित होता है ?

उ. पृथ्वी के स्तन के समान ।

प्रश्न - आम्रकूट पर्वत के कुंज किसके द्वारा  उपभुक्त हैं ?

उ. वनवासियों की स्त्रियों द्वारा ।

प्रश्न - मेघ के मार्ग में मिलने वाली पहली नदी कौन सी है ?

उ. नर्मदा नदी ।

प्रश्न - विन्ध्य पर्वत की तलहटी में  रेवा (नर्मदा) नदी किसके समान बिखरी है ?

उ.   हाथी के शरीर पर बने चित्र के समान ।

प्रश्न - नर्मदा का जल किससे सुगन्धित है ?

उ. हाथियों के मदों से ।

प्रश्न - नर्मदा किस वृक्ष के कुञ्जों से अवरुद्ध है ?

उ. जामुन के कुञ्जों से 

प्रश्न - सिद्ध जनों की स्त्रियाँ कब अपने प्रेमियों का आलिङ्गन करेगी ?

उ. मेघ के कम्पन से भयभीत होने पर । 

प्रश्न - रेवा को पार कर मेघ कहाँ पहुँचता है ?

उ. दशार्ण देश ।

प्रश्न - दशार्ण की राजधानी का क्या नाम है ?

उ. विदिशा ।

प्रश्न - 'दशदुर्गों का प्रदेश'  किसे कहा जाता है ?

उ. दशार्ण को ।

प्रश्न -  विदिशा किस नदी के तट पर स्थित है ?

उ. वेत्रवती नदी के तट पर ।

प्रश्न - वेत्रवती नदी की उपमा किससे की गई है ?

उ. भ्रूभङ्गयुक्त नायिका से ।

प्रश्न - आधुनिक समय में विदिशा की स्थिति कहाँ है ?

उ. भोपाल से 26 मील पर स्थित मालवा का 'भिलसा' नामक स्थान ।

प्रश्न - विदिशा में मेघ किस पर्वत पर ठहरता है ?

उ. नीचैः' नामक पर्वत पर । 

प्रश्न - नीचैः पर्वत किससे युक्त है ?

उ. वेश्याओं द्वारा प्रयुक्त सुगन्धित पदार्थों से युक्त गुफाओं से ।

प्रश्न - मेघ का मार्गकुछ टेढ़ा कब होगा ?

उ. उज्जयिनी जाते हुए  

प्रश्न - मेघ ठगा हुआ कब समझा जाएगा ?

उ. यक्ष का मानना है कि यदि उज्जयिनी की स्त्रियों की चञ्चल कटाक्षों के साथ मेघ ने क्रीड़ा नहीं किया तो वह ठगा गया। 

प्रश्न - उज्जयिनी के मार्ग में कौन सी नदी मिलती है ?

उ.  निर्विन्ध्या नदी ।

प्रश्न - पक्षियों की पंक्ति रूपी करधनी वाली नदी  है ?

उ. निर्विन्ध्या नदी ।

प्रश्न - निर्विन्ध्या नदी का प्रथम प्रणयवचन क्या है ?

उ.  भँवर रूपी नाभि का दिखाना ।

प्रश्न - निर्विन्ध्या को पार कर मेघ किस नदी के समीप पहुँचेगा ?

उ.  सिन्धु नदी के समीप ।

प्रश्न - कौन सी नदी मेघ के विरह में कृश हो गयी है  ?

उ. सिन्धु नदी । 

प्रश्न - 'अवन्ती' में वृद्धजन किसकी कथा कहा करते हैं ?

उ. वत्सराज उदयन की कथा ।

प्रश्न - देदीप्यमान स्वर्ग का टुकड़ा कहा गया है ?

उ. उज्जयिनी को ।

प्रश्न - उज्जयिनी का दूसरा नाम क्या है ?

उ.  विशाला । 

प्रश्न - किसको  'शिप्रा नदी' के चाटुकार प्रेमी के रूप में चित्रित किया गया है ?

उ. वायु को ।

प्रश्न - उज्जयिनी किस नदी के तट  पर स्थित है ?

उ. शिप्रा नदी के तट पर ।

प्रश्न - किस स्थान के बाजार को अत्यन्त वैभवशाली बताया गया है ?

उ. उज्जयिनी के बाजार को ।

प्रश्न - कहाँ उदयन ने महाराज 'प्रद्योत' की पुत्री वासवदत्ता का अपहरण किया था ?

उ. उज्जयिनी में ।

प्रश्न - उज्जयिनी में किसका स्वर्णमय तालवृक्षों का वन था  ?

उ. प्रद्योत का ।

प्रश्न - स्वर्णमय तालवृक्षों के वन को किसने नष्ट कर दिया था ?

उ. प्रद्योत के ही इन्द्र प्रदत्त 'नलगिरि' नामक हाथी ने ।

प्रश्न - अलकापुरी के घोड़े किसके समान हैं ?

उ. पत्तों के समान श्याम वर्ण के समान ।

प्रश्न - अलकापुरी या उज्जैनी के योद्धागण किसे आभूषण मानते हैं ?

उ. रावण के तलवार से किये गये घावों के निशान को ।

प्रश्न - महाकाल के उद्यान किस नदी की वायु से  कम्पित होते हैं ?

उ. गन्धवती नदी की वायु से ।

प्रश्न - यक्ष महाकाल मंदिर पहुँचे मेघ को शाम के समय तक रुकने के लिए क्यों कहता है ?

उ. शिव की सन्ध्या पूजन के समय नगाड़े का कार्य करने के लिए ।

प्रश्न - मेघ सायंकाल में किस प्रकार सुशोभित होगा ?

उ. जपाकुसुम के समान लाल रंग की कान्ति से ।

प्रश्न - भगवान् शिव की गजासुर (गीलेचर्म) को धारण करने की इच्छा कौन पूरी  कर देगा ?

उ.  जपाकुसुम के समान लाल रंग की कान्ति से युक्त मेघ ।

प्रश्न - मेघ रात्रि व्यतीत करता है ?

उ. उज्जयिनी के महल की छतों(छज्जों) पर, जहाँ कबूतर सोते हैं ।

प्रश्न -उज्जयिनी के पश्चात् मेघ के मार्ग में कौन सी नदी आती है ?

उ. गम्भीरा नदी 

प्रश्न -  ज्ञातास्वादो विवृत्तजघनों को विहातुं समर्थः में किस नदी का वर्णन है ?

उ.  गम्भीरा नदी का ।

प्रश्न - गम्भीरा नदी का जल क्या है ?

उ. उसका वस्त्र ।

प्रश्न - गम्भीरा नदी का नितम्ब है ?

उ. नदी के किनारे ।

प्रश्न - गम्भीरा नदी के किनारे उगी  बेंत की शाखाएँ हैं ?

उ. गम्भीरा नदी का हाथ ।

प्रश्न - जङ्गल के गूलरों को पकाने वाली वायु कहाँ बहती है ?

उ. देवगिरि के मार्ग में । 

प्रश्न - देवगिरि में किसका निवास है ?

उ. स्वामी कार्तिकेय का ।

प्रश्न - स्वामी कार्तिकेय (स्कन्द भगवान) का वाहन क्या है ?

उ. मयूर ।

प्रश्न - महाराजरन्तिदेव के यशरूप नदी का क्या नाम है ?

उ. चर्मण्वती (चम्बल नदी) ।

प्रश्न - चर्मण्वती नदी पार करके मेघ कहाँ पहुँचता है ?

उ.   'दशपुर' ।

प्रश्न - दशपुर से बढ़ते हुए मेघ ब्रह्मवर्त प्रदेश होता हुआ कहाँ पहुँचेगा ?

उ. महाभारत की युद्धभूमि कुरुक्षेत्र ।

प्रश्न - महाभारत के युद्ध से कौन विमुख रहा ?

उ. बलराम । 

प्रश्न - उनकी पत्नी रेवती के आँखों की उपमा किससे की गयी है ?

उ. सरस्वती नदी से । 

प्रश्न - लाङ्गली किसका नाम है ?

 उ. बलराम का ।

प्रश्न - कब अंदर से पवित्र मेघ वर्ण मात्र से श्याम रह जायेगा ?

उ. सरस्वती नदी के जल का सेवन करके ।

प्रश्न - कुरुक्षेत्र के आगे कनखल पर्वत के समीप पार्वती जी का उपहास करने वाली नदी है ?

उ. गङ्गा नदी ।

प्रश्न -  'जह्नुकन्या' किसका नाम  है ?

उ. गङ्गा का ।

प्रश्न - किस समय प्रयाग के अतिरिक्त वहाँ भी सङ्गम (गङ्गा + यमुना) प्रतीत होगा ?

उ. कनखल में मेघ की छाया गङ्गा में पड़ने पर ।

प्रश्न - हिमालय पर मेघ किसके तुल्य शोभा को प्राप्त करेगा ?

उ.  शिव जी के बैल द्वारा उछाले गये कीचड़ के तुल्य ।

प्रश्न -   हिमालय पर मेघओलों की वृष्टि से किसे नष्ट-भ्रष्ट कर देता है ?

उ.  'शरभों' को ।  

प्रश्न - हिमालय के  शिलातल पर किसके चरण हैं जिनकी सिद्ध जन पूजा करते हैं ?

उ. भगवान शिव के चरण । मेघ भी उनकी परिक्रमा करता है।

प्रश्न -  शिव का सङ्गीत कब पूर्ण हो जायेगा ?

उ.   मेघ के मृदङ्ग जैसी आवाज से।

प्रश्न - हिमालय पर्वत पर क्रौञ्चरन्ध्र किसके पराक्रम का प्रमाण है ?

उ.  भगवान परशुराम के पराक्रम का ।

प्रश्न - हंस मानसरोवर जाते हैं ?

उ. क्रौञ्चरन्ध्र से ।

प्रश्न - क्रौञ्चरन्ध्र से गुजरता हुआ मेघ किस तरह प्रतीत होगा ?

उ. राजा बलि को बाँधने के लिए उठाये गये विष्णु के पैर की तरह ।

प्रश्न -  क्रौञ्चरन्ध्र का दूसरा नाम है ?

उ. हंसद्वार ।

प्रश्न - क्रौञ्चरन्ध्र पार करके मेघ किसका अतिथि बनेगा ?

उ.  हिमालय का ।

प्रश्न - हिमालय पर भ्रमण करती हुई पार्वती जी के लिए मेघ  कार्य करता है ?

उ. सीढ़ी का ।

प्रश्न - कैलाश पर देवस्त्रियाँ कंकणों के अग्रभाग से मेघ को क्या बना डालेंगी ?

उ. फौव्वारा ।

प्रश्न - हिमालय पर चीड़ वृक्षों के तनों की रगड़ से लगी आग को कौन बुझाता है ?

उ. मेघ ।

प्रश्न - उत्तरमेघ के प्रथम श्लोक में अलकानगरी की तुलना किससे की गई है ? 

उ. मेघ से । 

प्रश्न - मेघ की बिजली की तुलना किससे की गई है  ? 

उ. अलकापुर की स्त्रियों से।

प्रश्न - मेघ के इन्द्रधनुष की तुलना किससे की है ?

उ. सुंदर चित्रों से । 

प्रश्न - मेघ के गर्जन की तुलना की गई है ?

उ. अलका में बजाये जाने वाले वाद्यों से। 

प्रश्न - मेघ के जलधारण की तुलना किससे की है ?

उ. मणिजटित फर्शो से । 

प्रश्न -  मेघ की ऊंचाई की तुलना  की गयी है ? 

उ. गगनचुम्बी शिखरों से। 

प्रश्न - अलका की स्त्रियाँ क्रीड़ा के लिए हाथों में कौन सा पुष्प लिए रहती हैं ? 

उ. कमल का पुष्प।

प्रश्न - अलका की स्त्रियाँ बालों में कौन सा पुष्प लगाती हैं ?

उ. कुन्दपुष्प । 

प्रश्न - अलका की स्त्रियाँ मुख पर किस पुष्प की रज लगाये रहती हैं ?

उ. लोधपुष्प का रज। 

प्रश्न - अलका की स्त्रियाँ जूड़ों  में किस पुष्प को लगाती हैं ?

उ. कुरबक का । 

प्रश्न - अलका की स्त्रियाँ कानों में कौन सा पुष्प धारण करती हैं ?

उ. शिरीष पुष्प । 

प्रश्न - अलका की स्त्रियाँ मांग में कौन सा पुष्प सजाती हैं ?

उ. कदम्ब पुष्प । 

प्रश्न - कहाँ पर नित्य फूल खिलते हैं और रात्रियाँ सदैव चाँदनीयुक्त रहती हैं ?

उ. अलका में । 

प्रश्न - कहाँ पर यक्ष सदैव ही युवावस्था को प्राप्त रहते हैं वहाँ अन्य अवस्था नहीं है  ? 

उ. अलका में । 

प्रश्न - कुबेर को किसका भाई माना जाता है ?

उ. रावण का भाई । 

प्रश्न - रावण को पुष्पक विमान किसने दिया था ?

उ. कुबेर ने। 

प्रश्न - कल्पवृक्ष से कौन सा मद्यप्राप्त होता है जिसका सेवन यक्षगण मृदङ्ग आदि के ध्वनि के साथ करते हैं ? 

उ.  रतिफल नामक मद्य । 

प्रश्न - किस समय यक्षकन्यायें स्वर्णिम बालुका में मणि छिपाने का खेल खेलती है  ? 

उ. आकाशगङ्गा (मन्दाकिनी) के जल से शीतल तथा किनारे पर मन्दार के वृक्षों से प्राप्त छाया में । 

प्रश्न - अलका में स्त्रियों के सुरतजन्य थकावट को दूर करती है  ?

उ. चन्द्रमा की किरणों से पिघलाई गयी झालरों में लटकी चन्द्रकान्त मणि । 

प्रश्न - अलका के बाह्य उद्यान का क्या नाम है ?

उ. 'वैभ्राज'।  

प्रश्न - कामदेव किसके डर से अपने भौरों की डोरी वाले धनुष का प्रयोग नहीं करता तथा स्त्रियों के चितवन से काम चलाता है ?

उ. भगवान शङ्कर के डर से । 

प्रश्न - अलका में अलंकरण की समस्त सामग्री कौन प्रदान करता है ?

उ. एकमात्र कल्पवृक्ष। 

प्रश्न - यक्ष का घर कुबेर के घर से किस दिशा में है  ?

उ.  उत्तर दिशा में ।

प्रश्न - यक्ष के घर में किस प्रकार का फाटक लगा है ?

उ.  इन्द्रधनुष के सदृश रंग-बिरंगा ।

प्रश्न - यक्ष के घर के समीप उसकी पत्नी द्वारा दत्तक पुत्र की तरह पाला गया किसका वृक्ष है ?

उ.  पुष्पगुच्छ से युक्त मन्दारवृक्ष ।

प्रश्न -  रावण की तलवार का क्या  नाम  है  ?

उ. 'चन्द्रहास' ।

प्रश्न - यक्ष के घर में बावली किससे निर्मित है ?

उ. मरकतमणि की शिलाओं से निर्मित सीढ़ी से ।

प्रश्न - यहाँ के हंस मानसरोवर किस काल में नहीं जाते  ?

उ. वर्षाकाल में ।

प्रश्न - नीलम नामक मणियों से बना शिखरशैल कहाँ स्थित  है ?

उ. बावली के किनारे पर ।

प्रश्न - शिखरशैल पर किस वृक्ष की बाड़ है ?

उ. केले के वृक्ष की ।

प्रश्न - क्रीडाशैल पर दो वृक्ष कौन-कौन हैं ?

उ. रक्त अशोक और मौलसिरी (बकुल) ।

प्रश्न - माधवीलता का कुंज कहाँ पर है ?

उ. क्रीडा शैल पर ।

प्रश्न - रक्त अशोक और मौलसिरी (बकुल) किसके अभिलाषी हैं ?

उ. अशोक यक्षिणी के 'बायें पैर और बकुल 'मुख की मदिरा' के अभिलाषी हैं। 

प्रश्न - रक्त अशोक और मौलसिरी (बकुल) के मध्य में क्या है ?

उ. मरकत मणि की वेदी ।

प्रश्न - क्रीडाशैल पर स्थित स्फटिक के पटरे वाली सोने की वासयष्टि (अड्डा) के ऊपर सायंकाल में कौन बैठता है ?

उ.  मोर ।

प्रश्न - यह मयूर किसके द्वारा नचाया गया है ?

उ. यक्षिणी की तालियों और कंकणों द्वारा ।

प्रश्न - यक्ष के द्वार के दोनों तरफ किसका चित्र बना है ?

उ. शंख और पद्म का चित्र ।

प्रश्न -   'मेघ' अलकापुरी में यक्ष के घर किस पर बैठता है ?

उ. क्रीड़ा शैल पर ।

प्रश्न - मेघ किसकी तरह मन्द प्रकाश यक्ष के घर में डालता है ?

उ. जुगनुओं की पंक्ति की सदृश ।

प्रश्न -कौन  यक्षिणी' को युवतियों की रचना के विषय में ब्रह्मा की प्रथम कृति बताता है ?

उ.  यक्ष । 

प्रश्न - यक्ष के घर पर पिंजड़े में पाली गयी है ?

उ. मैना ।

प्रश्न - मेघ यक्षिणी को क्या करते हुए देखेगा ?

उ. देवपूजा करते अथवा यक्ष का चित्र बनाते या मैना से बात करते देखेगा।

प्रश्न - यक्षिणी कौन सा वाद्ययन्त्र बजाती है ?

उ.  वीणा ।

प्रश्न - यक्षिणी विरह के दिनों की गणना कैसे करती है ?

उ. देहली के पुष्पों को भूमि पर रखकर ।

प्रश्न - यक्षिणी विरह के दिनों में किस पर सोती है ?

उ.  भूमि पर  ।  

प्रश्न - मेघ के पहुँचने पर यक्षिणी का कौन सा अंग फड़कने लगता है ?

उ. बायीं आँख और  जाँघ ।

प्रश्न -  मेघ  यक्षिणी को कैसे जगाता है ?

उ.अपने जलबिन्दुओं से शीतल बने वायु से ।

प्रश्न - यक्ष के शाप का अंत किस दिन होता है ?

उ. हरिबोधिनी या देवोत्थान एकादशी के दिन ।

प्रश्न - भगवान विष्णु अपनी शेष शय्या से कब उठेंगे ?

उ. हरिबोधिनी या देवोत्थान एकादशी के दिन 

प्रश्न -  यक्ष मेघ को पहचान चिह्न के रूप में क्या बताता है ?

उ. यक्षिणी के साथ घटित स्वप्न की एक घटना ।

प्रश्न - यक्ष मेघ के लिये क्या कामना करता है ?

उ. मेघ का उसकी पत्नी 'बिजली' के साथ कभी वियोग न हो।

प्रश्न -  प्रकोष्ठः शब्द का क्या अर्थ है ?

उ. कलाई ।

प्रश्न - प्रत्यग्रैः शब्द का क्या अर्थ है ?

उ. तत्काल तोड़े गए ।

प्रश्न - गुह्यकः शब्द का क्या अर्थ है ?

उ. यक्ष ।

प्रश्न - मोघा शब्द का क्या अर्थ है ?

उ. निष्फल ।

प्रश्न - प्रत्ययात् शब्द का क्या अर्थ है ?

उ. विश्वास से ।

प्रश्न - मेघ की पत्नी कौन है ?

उ. विद्युत ।

प्रश्न - प्रतनु पद में कौन सी विभक्ति है ?

उ.  प्रथमा एकवचन ।

प्रश्न - कौलीनात् पदस्य कोऽर्थः ?

उ. लोकापवादः ।

प्रश्न - मेघदूतम् की अन्तिम पंक्ति क्या है ?

उ. मा भूदेवं क्षणमपि च ते विद्युता विप्रयोगः ।

प्रश्न - या शिखा दाम हित्वा इति वाक्ये दाम शब्दस्य कोऽर्थः ?

उ. माला ।

प्रश्न - स्त्रीणामाद्यं प्रणयवचनं विभ्रमो हि प्रियेषु इति कया नद्या सह सम्बद्धः वर्तते ?

उ. निर्विन्ध्या नद्या सह।

प्रश्न - यक्ष के घर के सामने कौन सा वृक्ष है ?

उ. मन्दार का वृक्ष ।

प्रश्न - प्रत्यासन्ने नभसि पद में नभसि शब्द का क्या अर्थ है ?

उ. श्रावण मास ।

प्रश्न - भाययेः में कौन सा लकार है ?

उ. विधिलिंग लकार ।

और भी देखें>>

>>  योगदर्शन प्रश्नोत्तरी

>>  न्यायदर्शन प्रश्नोत्तरी



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