भागीरथी तव विमलं तोयम् | गङ्गागीतम् | गङ्गास्तुति | आचार्य सूरज कृष्ण शास्त्री

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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bhagirathi tav vimalam toyam sanskrit geet
bhagirathi tav vimalam toyam
sanskrit geet



गङ्गागीतम्(राग-दरबारी)

भागीरथि ! तव विमलं तोयम् ।।
पङ्कजवाससुवासित तोयम् ।।
भागीरथि ! तव विमलं तोयम् ।।१।।

कलयति नादं भञ्जति तापम् ।
तरलतरङ्गैः धुन्वति पापम् ।।
चपलविलासैः स्फुरति मनोऽयम् ।
भागीरथि ! तव विमलं तोयम् ।।२।।

जय भागीरथि ! स्वर्गप्रदायिनि !
विबुधजनानां मोक्षप्रदायिनि ।।
कथं विस्मरति तव दासोऽहम् ।
भागीरथि ! तव विमलं तोयम् ।।३।।

रचनाकार- आ. सूरज कृष्ण शास्त्री 





 

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