नीतिशतक में छ्न्द प्रयोग
नीतिशतक में कवि ने अनेक छन्दों का प्रयोग किया है । यथा- आर्या, अनुष्टुप्, पृथ्वी, मालिनी, मन्दाक्रांता, शालिनी, वंशस्थ, शार्दूलविक्रीडित, स्रग्धरा, द्रुतविलंबित, वसंततिलका, उपजाति, शिखरिणी तथा हरिणी । इस प्रकार उन्होंने छंद प्रयोग में नैपुण्य दिखाया है भर्तृहरि जी ने नीति शतक में 14 प्रकार के छंदों का प्रयोग किया है
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