वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी

SOORAJ KRISHNA SHASTRI
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वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,

वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन,

धर धर धर मुरली अधर,
भर भर स्वर मधुर मधुर,
कर कर नटवर स्वरुप,
सुन्दर सुखकारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन... । 

घन घन घन बजत ताल,
ठुम ठुम ठुम चलत चाल,
 छन छन छन छनन छनन
नूपुर धुन प्यारी
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी
वृन्दावन कुंज भवन...।
 
घिर घिर घिर करत दान
फिर फिर फिर लेत तान,
मिल मिल मिल रचत रास
संग गोप नारी
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी
वृन्दावन कुंज भवन...। 

वद वद वद वदन चंद्र,
हस हस हस हसन मंद,
ब्रह्मानंद नंद नंद,
नंदन बलिहारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
गिरधारी गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी,
वृन्दावन कुंज भवन नाचत गिरधारी।

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